
Bhind Latest News: भिंड जिला अस्पताल (Bhind District Hospital) में दो नवजात शिशुओं की मौत के मामले में कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव (Sanjeev Srivastava) ने कड़ा कदम उठाते हुए चार नर्सों को निलंबित कर दिया है. इसके साथ ही ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर को भी नोटिस जारी किया है. घटना के बाद कलेक्टर ने मामले की जांच शुरू कर दी है. हालांकि, मीडिया की ओर से सवाल पूछे जाने पर कलेक्टर ने कोई जवाब नहीं दिया और चुपचाप अस्पताल से रवाना हो गए.
ये है पूरा मामला
दरअसल, रविवार की सुबह दो प्रसूताओं को भिंड जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां डिलीवरी के दौरान दोनों नवजात शिशुओं की मौत हो गई थी. इस दुखद घटना के बाद मृतक बच्चों के परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया था और लापरवाही के साथ ही इलाज के लिए रिश्वत मांगने का आरोप लगाया था और साथ ही कहा था कि रिश्वत नहीं देने पर नर्सों ने जच्चा-बच्चा का इलाज नहीं किया था.
कलेक्टर ने रात में ही शुरू कर दी जांच
घटना की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव रात 8 बजे अस्पताल पहुंचे और SNCU वार्ड में करीब दो घंटे तक मामले की जांच की. उन्होंने लेबर रूम का निरीक्षण भी किया और ड्यूटी पर तैनात नर्सिंग स्टाफ से एक-एक कर पूछताछ की. प्रारंभिक जांच में लापरवाही पाए जाने पर नर्स श्वेता ब्रह्मवंशी, वर्षा परते, पूनम धुर्वे और सीमा भारद्वाज को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया. वहीं, ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर को भी नोटिस जारी किया.
CCTV फुटेज की जांच
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पहले भी हो चुकी हैं लापरवाही की घटनाएं
यह पहली बार नहीं है, जब भिंड जिला अस्पताल में लापरवाही का मामला सामने आया है. इससे पहले चार जनवरी 2024 को भी एक प्रसूता रेखा शाक्य की प्रसव के दौरान मौत हो गई थी, जिसमें जच्चा और बच्चा दोनों की मौत हुई थी. इस घटना के बाद एक नर्स को सस्पेंड किया गया था, लेकिन अभी तक उस मामले में कोई ठोस परिणाम सामने नहीं आया है.
अब यह देखना बाकी है कि जिला प्रशासन इस नए मामले में क्या कार्रवाई करता है, या फिर अस्पताल में आने वाली प्रसूताओं को इसी तरह लापरवाही की कीमत चुकानी पड़ती रहेगी.
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