Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के दलित पेशाब कांड को लेकर भिंड जिले में माहौल एक बार फिर गर्मा गया है. सोमवार को दोनों समुदायों के नेता भिंड पहुंचे, जहाँ स्वर्ण समाज के नेता एडवोकेट अनिल मिश्रा ने अपने समर्थकों के साथ एसपी कार्यालय का घेराव कर प्रशासन के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया और ज्ञापन सौंपा.
मिश्रा ने पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि एससी/एसटी एक्ट के तहत झूठे मामलों में स्वर्ण समाज के लोगों को फंसाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि “स्वर्णों और सनातनियों के खिलाफ बिना जांच के न तो गिरफ्तारी होनी चाहिए और न ही जेल भेजा जाना चाहिए. प्रशासन को पहले मामले की गहराई से जांच करनी चाहिए, क्योंकि इस तरह की जल्दबाजी किसी की पूरी जिंदगी बर्बाद कर देती है.”
उन्होंने दबोह दलित हत्याकांड का हवाला देते हुए कहा कि “पुलिस को पहले सबूत इकट्ठे करने चाहिए और उसके बाद ही एफआईआर दर्ज करनी चाहिए.” दलित पेशाब कांड पर प्रतिक्रिया देते हुए मिश्रा ने कहा कि “स्वर्ण समाज पर हुई एफआईआर के खिलाफ हम आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे. एससी/एसटी एक्ट के तहत जो भी मामले दर्ज किए जा रहे हैं, वे ज्यादातर फर्जी हैं. प्रशासन हर बार दबाव में आकर एकतरफा कार्रवाई करता है.”
मिश्रा ने आगे कहा कि “हमेशा देवी-देवताओं को गालियाँ दी जाती हैं और पुलिस प्रशासन दबाव में रहता है, इसलिए कोई कार्रवाई नहीं करता. सत्ता पक्ष वोट की राजनीति में उलझा है और पुलिस को रोकता है कि ऐसे मामलों में एक्शन न लिया जाए.”
उन्होंने दावा किया कि उन्हें भी कई बार जान से मारने की धमकियाँ मिली हैं कि “मुझपर जूते फेके गए, फिरौती मांगी गई. मैंने सब झेला. कौन सी एफआईआर हो गई? बल्कि उल्टी तीन एफआईआर मैं भुगत रहा हूँ.”
“ब्राह्मण मुर्दाबाद” के नारे और चेतावनी पर बोले अनिल मिश्रा
प्रदर्शन के दौरान लगाए गए “ब्राह्मण मुर्दाबाद” के नारों पर प्रतिक्रिया देते हुए अनिल मिश्रा ने कहा कि “ब्राह्मण, सनातनी समाज और पूरा स्वर्ण समाज अब चुप नहीं बैठेगा. सत्ता और पुलिस प्रशासन को इसका जवाब देना होगा. अगर पुलिस प्रशासन निष्क्रिय साबित होता है, तो हमारे अंदर इतना बल है कि हम बलपूर्वक भी जवाब देने में सक्षम हैं.”
दोनों समुदायों के नेताओं के भिंड पहुंचने के बाद क्षेत्र में तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है. पुलिस प्रशासन ने एहतियात के तौर पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है. एसपी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन के दौरान भारी पुलिस बल तैनात रहा, ताकि किसी तरह की अप्रिय घटना न घटे.
मामले में एएसपी संजय पाठक ने कहा कि “स्वर्ण समाज द्वारा ज्ञापन दिया गया है. उन्हें भरोसा दिलाया गया है कि जो भी कार्रवाई होगी, वह निष्पक्ष और जांच के बाद होगी. किसी भी पक्ष पर एकतरफा कार्यवाही नहीं की जाएगी.”