
MLA- Minister Controversial Statement: मध्यप्रदेश में भाजपा के एक विधायक ने विवादास्पद दावा करते हुए कहा है कि पाकिस्तान के खिलाफ सैन्य हमले संयुक्त राष्ट्र के ‘आदेश' के कारण रोके गए. इस दावे के बाद फिर से बवाल मचना शुरू हो गया है. हालांकि उन्होंने इसको लेकर बाद में सफाई भी दी है.
कैबिनेट मिनिस्टर विजय शाह के विवादित बयान मामले में आक्रोश अभी थमा नहीं कि मध्य प्रदेश के एक और विधायक ने एक बड़ा बयान दे दिया. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि-
‘‘मैं कहूंगा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई में उसे (पड़ोसी देश को) समाप्त कर दिया गया होता, अगर हमें संयुक्त राष्ट्र से युद्ध विराम का आदेश नहीं मिला होता.''
उनके इस बयान के बाद फिर से माहौल गरमा गया है. दरअसल शुक्रवार को रीवा में भाजपा ने ‘तिरंगा यात्रा' का आयोजन किया था. जिसमें जिले के मनगवां से विधायक नरेंद्र प्रजापति ने कहा कि पाकिस्तान को पहले के युद्धों में धूल चटा दी गई थी. उन्होंने कहा कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान में घुसकर आतंकवादियों के नौ ठिकानों को नष्ट कर दिया. जब पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था डगमगा रही थी और पाकिस्तान घुटनों के बल आकर गिड़गिड़ा रहा था, तब ही प्रधानमंत्री मोदी और भारतीय सशस्त्र बलों ने युद्ध विराम की घोषणा की.
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दी ये सफाई
पहली बार विधायक बने नरेंद्र प्रजापति ने बाद में आरोप लगाया कि उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है. अपने भाषण के वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित होने के बाद प्रजापति ने शाम को एक वीडियो बयान जारी किया, जिसमें दावा किया गया कि उन्होंने ‘‘भावनाओं में बहकर'' यह बात कही थी, लेकिन ‘‘मीडिया मेरे बयानों को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रहा है.
इन्हें भी आलोचनाओं का करना पड़ रहा है सामना
शुक्रवार को उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा की यह टिप्पणी आलोचनाओं के घेरे में आ गई कि देश, इसकी सेना और सैनिक ‘ऑपरेशन सिंदूर' के सफल क्रियान्वयन के कारण प्रधानमंत्री मोदी के नतमस्तक हैं. इससे पहले मध्यप्रदेश के मंत्री विजय शाह को कर्नल सोफिया कुरैशी के बारे में टिप्पणी के लिए आलोचनाओं का सामना करना पड़ा.
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