बैतूल: खेत में बंदर भगाने गए किसान पर भालू ने हमला कर दिया. घायल किसान जैसे तैसे भागकर खेत की दूसरी तरफ काम रहे अपने छोटे भाई के पास पहुंचा. भाई ने तत्काल गांव में फोन लगाकर वाहन की व्यवस्था की, जिसके बाद पहले उसे परतवाड़ा ले गया, जंहा से उसे उप स्वास्थ्य केंद्र भैंसदेही भेजा गया. किसान की गंभीर हालत को देखते हुए उसे भैंसदेही से जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया, जंहा उसकी हालत में सुधार है.
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दक्षिण वन मंडल की सावल मेंढा रेंज के गांव आड़ा उम्मर का आदिवासी किसान रामाजी कास्देकर अपने खेत पर बंदरों को भगाने गया था, तभी अचानक भालू ने उसपर हमला कर दिया. रामाजी ने बताया सुबह खेत में बंदर आ गये थे, उन्हें भगाने गया था, उसी दौरान झाड़ियों में छिपकर बैठे भालू ने हमला कर दिया. भालू से बचकर मैं खेत की दूसरी तरफ गया, जहां मेरा भाई अभिषेक खेत मे दवा का छिड़काव कर रहा था, मैंने आवाज़ दी मुझे खून में लथपथ देखकर उसने गांव में फोन लगाकर एक गाड़ी बुलाई. पहले महाराष्ट्र के परतवाड़ा ले गया, जंहा से मुझे उपस्वास्थ्य केन्द्र भैंसदेही ले जाया गया. भैंसदेही से प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया.
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जिला अस्पताल के डॉक्टर रानू वर्मा ने बताया रामाजी को घायल अवस्था मे लाया गया था, उसके सिर और पैर में गम्भीर चोटें आईं हैं. सिर की चोट के लिए एमआरआई करवाया जा रहा है. रामाजी की हालत अभी ठीक है.
रामाजी के परिजनों ने भालू के हमले की जानकारी वन विभाग को दी. जिस पर सावलमेंढा रेंज के रेन्जर मानसिंह परते और धाबा सर्किल के डिप्टी रेंजर देवीलाल उइके ने तत्काल सहायता पांच हजार रुपये की राशि दी.