
Teacher Rajesh Malviya removed from Bokrata school: बड़वानी जिले के पाटी विकासखंड के बोकराटा स्कूल में अंग्रेजी शिक्षक के खिलाफ छात्रों का विरोध प्रदर्शन देखने को मिला. नाराज छात्र-छात्राएं स्कूल से 2 किलोमीटर पैदल चलकर अधिकारियों से मिलने निकल पड़े. हालांकि रास्ते में ही बीईओ राजश्री पवार ने बच्चों को रोककर समस्या सुनी और तत्काल कार्रवाई की.
अंग्रेजी विषय के शिक्षक राजेश मालवीया पर गंभीर आरोप
शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बोकराटा के छात्रों ने अंग्रेजी विषय के शिक्षक राजेश मालवीया पर अभद्र व्यवहार और पढ़ाई सही तरीके से न कराने का आरोप लगाया. छात्रों का कहना था कि अंग्रेजी की कक्षाएं नियमित रूप से नहीं होने से उनकी परीक्षा का रिजल्ट भी खराब हो रहा है.
छात्रों ने लगाया आरोप
छात्रों ने बताया कि शिक्षक हमें ठीक से पढ़ाते नहीं हैं और अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हैं. उनकी वजह से पढ़ाई समझ में नहीं आती और रिजल्ट भी खराब आ रहा है. कक्षा 11वीं के छात्र बबलू डावर ने बताया कि अंग्रेजी का कोर्स पढ़ाया ही नहीं गया.
वहीं एबीवीपी के जिला संयोजक अंशुमन धनगर का कहना था कि शिक्षक पिछले चार महीनों से बच्चों को पढ़ा ही नहीं रहे थे, जिससे छात्रों का भविष्य प्रभावित हो रहा है.
शिक्षक राजेश मालवीया को बोकराटा स्कूल से हटाया गया
इसी बीच छात्र नारेबाजी करते हुए जब 2 किमी दूर पहुंच गए तो बीईओ राजश्री पवार ने मौके पर जाकर चर्चा कीं. छात्रों की समस्याएं सुनी और तत्काल निराकरण का आश्वासन दिया. सहायक आयुक्त के निर्देश पर शिक्षक राजेश मालवीया को बोकराटा स्कूल से हटा दिया गया और प्राचार्य को वैकल्पिक व्यवस्था के निर्देश दिए गए. इसके बाद छात्रों ने विरोध समाप्त कर दिया.
बीईओ ने शिक्षक के खिलाफ की कार्रवाई
बीईओ राजश्री पवार ने बताया, 'बच्चे बिना किसी शिक्षक के अकेले ही अधिकारियों से मिलने निकल पड़े थे. मैंने मौके पर पहुंचकर उनकी समस्याएं सुनीं और तत्काल कार्रवाई करते हुए शिक्षक को कार्यमुक्त किया. इस दौरान तहसीलदार बबली बर्डे, थाना प्रभारी रामदास यादव और चौकी प्रभारी आशीष शर्मा भी मौके पर पहुंचे और छात्रों से चर्चा कीं. वहीं एबीवीपी पदाधिकारी भी मौजूद रहे.
शिक्षक ने छात्रों के आरोपों को बताया निराधार
हालांकि शिक्षक राजेश मालवीया ने छात्रों के आरोपों को निराधार बताया. उनका कहना है कि वो तीन वर्षों से लगातार पढ़ा रहे हैं और रिजल्ट भी अच्छा रहा है. उनके खिलाफ यह सब एक साजिश है. हालांकि शिक्षक राजेश मालवीय अक्षर विवादों में घिरे हुए रहे हैं. पहले भी कई आरोप लगा चुके हैं.
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