मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले के लांजी के बहुचर्चित डबल मनी मामले में पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इन आरोपियों को कोर्ट में पेश किया, जहां कोर्ट ने सभी को जेल भेज दिया है. दरअसल, बीते 16 अगस्त को लांजी थाना क्षेत्र के बोलेगांव में डबल मनी से जुड़े मामले में पांच लोगों ने एक युवक से मारपीट की और फिर उसका अपहरण कर लिया. यह अपहरण डबल मनी का पैसा वापस नहीं करने पर किया गया था.
पैसे वापस करने के लिए देवेंद्र पर बना रहे थे दबाव
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, लांजी के ग्राम बोलेगांव के निवासी रामकिशन बापूरे के बड़े बेटे देवेंद्र बापूरे डबल बनी से जुड़ा हुआ था और उसने डबल मनी में दूसरों से रुपए लेकर लगाये थे, लेकिन पिछले साल डबल मनी का भंडाफोड़ होने के बाद देवेंद्र द्वारा दूसरों के लगाए गए रुपये डूब गए. जिसके बाद वो लोग पैसे वापस करने के लिए देवेंद्र पर दबाव बनाने रहे थे. वहीं 16 अगस्त की रात 8:30 बजे देवेंद्र अपने गांव के दुर्गा मंदिर के पास खड़ा था. वहीं पर उसका पिता रामकिशन और गांव के राजू सांवरिया सुनील कॉलबेले एक साथ बैठकर बातचीत कर रहे थे. तभी एक सफेद कार आकर रुकी और उससे पांच लोग उतरे जो रामकिशन बापूरे के घर अक्सर आते थे.
पैसे देने से मना करने के बाद किया गया अपहरण
वो पांच लोग देवेंद्र से बातचीत करते-करते गाली गलौज करने लगे. इतना ही नहीं उनलोगों ने देवेंद्र को धमका रहे थे कि सही सलामत रहना है तो हमें पैसे दे दो,वरना तुझे जिंदा नहीं छोड़ेंगे. आवाज सुनकर रामकिशन बापूरे, राजू सांवरिया और सुनील कालबेले उनके पास पहुंचे. हालांकि देवेंद्र ने उन्हें पैसे देने से मना कर दिया, जिसके बाद लोगों ने देवेंद्र के साथ मारपीट करने लगे. रामकिशन बापू रे और अन्य लोगों ने इन्हें समझाने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने किसी की बात नहीं सुनी और देवेंद्र को घसीटकर गाड़ी में बैठाकर चले गए.
रिपोर्ट दर्ज होने के बाद लांज पुलिस जांच में जुटी
रामकिशन अन्य लोगों के साथ गाड़ी का पीछा किया, लेकिन गाड़ी रोक नहीं पाए. हालांकि उस समय उन्होंने गाड़ी का नंबर एमपी 50 सीए 1862 लिख लिया. रामकिशन बापूरे ने अपने बेटे की खोजबीन की, लेकिन देवेंद्र नहीं मिला. जिसके बाद
रामकिशन बापूरे लांजी थाना पहुंचकर आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. वहीं पुलिस ने इस मामले में रितिक उर्फ सोनू नागमारे, सुभाष चन्ने, उत्तम गुप्ता, अशरफ शेख और अविनाश लटारे के खिलाफ आईपीसी की धारा 365, 327, 323, 294, 506, 147, के तहत अपराध दर्ज कर जांच शुरू की.
5 लोगों को गिरफ्तार कर भेजा गया जेल
बताया जा रहा है कि इस दौरान इन अपहरणकर्ताओं ने र्देवेंद्र को कोटेश्वर मंदिर से आगे बकरामुंडी रोड पर छोड़कर फरार हो गए थे. अपराध दर्ज होने के बाद उपनिरीक्षक अमित सिंह कुशवाह ने अपने टीम के साथ जांच पड़ताल करते हुए 16 अगस्त को ही इन पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. वहीं सभी को न्यायालय में पेश कर जिला जेल भेज दिया गया है.