
Ujjain News: मध्य प्रदेश के उज्जैन में श्रावण-भादो मास में निकलने वाली बाबा महाकाल की प्रसिद्ध सवारियो की तैयारी शुरू हो गई. सवारी की व्यवस्थाओं को लेकर महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति अध्यक्ष एवं कलेक्टर रोशन कुमार सिंह ने पुलिस कंट्रोल रूम में बैठक ली. इसमें कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए.
सर्वविदित है कि श्रावण, भादो मास में बाबा महाकाल की पुराने शहर में सवारी निकलती है. इस बार श्रावण मास की प्रथम सवारी 14 जुलाई को और अन्तिम राजसी (शाही) सवारी 18 अगस्त को निकाली जायेगी. सवारी की व्यवस्थाओं को लेकर कलेक्टर सिंह ने बैठक ली. यहां एडीएम व प्रशासक प्रथम कौशिक ने पॉवर पाइंट प्रजेंटेशन से सवारी के इंतजाम बताए. तत्पश्चात कलेक्टर सिंह ने पूरे सवारी मार्ग पर सीसीटीवी,पी.ए. सिस्टम,सफाई,चिकित्सा,जल, विद्युत, बेरिकेटिंग व्यवस्था करने श्रद्धालु को बेहतर और व्यवस्थित ढंग से सवारी के दर्शन कर व्यवस्था करने के निर्देश दिए.
सवारी महाकाल मन्दिर के सभा मण्डप में पूजन-अर्चन के बाद महाकाल लोक, गुदरी चैराहा, बक्षी बाजार, कहारवाड़ी से होते हुए रामघाट शिप्रा तट पहुंचेगी. यहां सवारी का पूजन के बाद रामानुजकोट, मोढ़ की धर्मशाला, कार्तिक चैक, खाती समाज मन्दिर, सत्यनारायण मन्दिर, ढाबा रोड, टंकी चैराहा,छत्री चैक, गोपाल मन्दिर, पटनी बाजार, गुदरी बाजार होती हुई मन्दिर वापस आयेगी. वहीं 18 अगस्त को राजसी सवारी टंकी चौराहा ,मिर्जा नईमबेग, तेलीवाड़ा चैराहा, कण्ठाल, सतीगेट, सराफा, छत्री चैक, गोपाल मन्दिर, पटनी बाजार, गुदरी चैराहा होते हुए मन्दिर पहुंचेगी.
छह सवारी निकलेगी
मान्यता है कि बाबा महाकाल प्रजा का हाल जानने के लिए श्रावण-भादौ मास में प्रत्येक सोमवार को निकलते है. इसलिए उनकी सवारी के दर्शन के लिए देशभर से श्रद्धालु आते है. इस बार श्रावण की पहली सवारी,14 जुलाई, 21 जुलाई, तीसरी 28 जुलाई, चौथी 4 अगस्त को निकलेगी जायेगी. भादौ मास में पंचम सवारी 11 अगस्त ओर राजसी (शाही) सवारी 18 अगस्त को निकलेगी.
सेल्फी पर बेन
महाकाल मंदिर और सवारी में अधिकांश देखने में आया कि सेल्फी लेने के कारण व्यवस्था है बिगड़ती है और हादसे की संभावनाएं बनती है. इसी को देखते हुए एसपी प्रदीप शर्मा ने कहा कि सावन भादो मास में महाकाल मंदिर और सवारी के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते इसलिए श्रद्धालु दर्शन करें लेकिन सेल्फी नहीं लें.
भस्म आरती पर मंदिर के पट खुलने के समय
श्रावण-भादौ मास में 11 जुलाई से 18 अगस्त तक भगवान श्री महाकालेश्वर की भस्म आरती के लिए मंदिर के पट तड़के 3 बजे खुलेंगे. वहीं प्रत्येक सोमवार को भस्म आरती का समय प्रातः 2.30 बजे होगा. भस्म आरती प्रतिदिन प्रातः 3 से 5 बजे तक और प्रत्येक सोमवार को 2.30 से 4.30 बजे तक होगी. इस दौरान भस्म आरती में कार्तिकेय मण्डपम की अन्तिम तीन पंक्तियों से श्रद्धालू चलित भस्म आरती से दर्शन कर सकेंगे.
श्रावण-भादौ मास में प्रदेश के कई जिलों से काफी संख्या में कावड़ यात्री बाबा महाकाल को जल अर्पण करने हेतु आते हैं. इसलिए वे अनुमति लेकर मंगलवार से शुक्रवार 4 नंबर गेट से मंदिर में प्रवेश कर सकेंगे वहीं. शनिवार, रविवार व सोमवार को कावड़ यात्रियों को सामान्य दर्शनार्थियों की तरह निर्धारित मार्ग से मंदिर में प्रवेश करना पड़ेगा.