
Indore News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की आशा-उषा कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन किया. इसमें बड़ी संख्या में इंदौर (Indore) जिले की आशा-उषा कार्यकर्ता (Asha-Usha Workers) शामिल रहीं. ये सभी महिलाएं एक साथ जमा हुई और इन्होंने विरोध रैली निकाली. इसके बाद मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी (Health Officer) को एक ज्ञापन सौंपा गया. इन आशा-उषा कार्यकर्ताओं की मांग है कि इन्हें नियमित किया जाए. साथ ही इनका कहना है कि इनकी वेतन विसंगतियां दूर होनी चाहिए.
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शिवराज सरकार के समय से मांग अधुरी
यूनियन की जिला अध्यक्ष कविता सोलंकी और जिला महासचिव नर्मदा त्रिवेदी ने बताया कि वह शिवराज सरकार के समय से अपनी विभिन्न मांगों को लेकर लगातार प्रदर्शन कर रही हैं. वहीं आशा वर्कर्स एंड फैसिलिटेटर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया की कर्मियों के राष्ट्रीय फेडरेशन के संयुक्त आह्वान पर 16 फरवरी को आयोजित राष्ट्रव्यापी हड़ताल के संदर्भ में आशा और पर्यवेक्षकों की मांगों के निराकरण की मांग की.
अधिकारियों को सौंपा ज्ञापन
इस पूरे मामले से जुड़ा एक ज्ञापन आशा-उषा कार्यकर्ताओं ने संभाग आयुक्त कार्यालय और सीएमएचओ को सौंपा. इन आशा-उषा कार्यकर्ताओं की मांग है कि इन्हें नियमित किया जाए. साथ ही इनका कहना है कि इनकी वेतन विसंगतियां दूर होनी चाहिए. इन्होंने विरोध रैली भी निकाली थी.
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