
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के अनूपपुर (Anuppur) में पिछले एक महीने से जंगली हाथियों ने आतंक मचा रखा है. जंगली हाथी किसानों की खड़ी फसल को तो नुकसान पहुंचा ही रहे थे, साथ ही भोजन की तलाश में घरों को भी काफी नुकसान पहुंचा रहे थे. इतना ही नहीं ये हाथी कई लोगों को भी जान ले चुकी है. हालांकि रविवार, 25 फरवरी को अनूपपुर के गोबरी गांव से इस हाथी (त्रिदेव हाथी) को रेस्क्यू किया गया है. बता दें कि त्रिदेव हाथी को रेस्क्यू करने के लिए बांधवगढ से टीम को बुलाया गया था. इस रेस्क्यू टीम में 3 हाथी, 50 से अधिक वन अधिकारियों के साथ डॉक्टर और कर्मचारी शामिल थे.

रेस्क्यू करने के बाद हाथी को वाहन से कान्हा टाइगर रिजर्व ले जाया जा रहा है, जहां इसे ट्रेनिंग देकर विभाग में शामिल किया जाएगा.
शनिवार को शुरू किया गया था रेस्क्यू ऑपरेशन
दरअसल, त्रिदेव हाथी को रेस्क्यू करने के लिए शनिवार की दोपहर से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया था. इसके लिए बीते दिन दोपहर में हाथी को एक डोज डाट बेहोशी की दी गई थी. हालांकि डाट बेहोशी देने के बाद त्रिदेव हाथी तो बेहोश हो गया, लेकिन गड्ढे में बेहोश होने के चलते रेस्क्यू न हो सका. जिसके बाद वो घने जंगल में चला गया.
त्रिदेव हाथी को दी जाएगी ट्रेनिंग
वहीं रविवार की सुबह रेस्क्यू टीम ने हाथी को खोजबीन करने घने जंगल में पंहुचा और फिर उसे पकड़कर उसका रेस्क्यू किया गया. इधर, रेस्क्यू करने के बाद हाथी को वाहन से कान्हा टाइगर रिजर्व में ले जाया गया, जहां इसे ट्रेनिंग देकर विभाग में शामिल किया जाएगा.
बता दें कि बांधवगढ टाइगर रिजर्व के सबसे अनुभवी बुजुर हाथी गौतम, तेजतर्रार लक्ष्मण और मादा हाथी बांधवी की मदद से रेस्क्यू टीम ने आतंक मचा रहे त्रिदेव हाथी को पकड़ा. ये रेस्क्यू जैतहरी वन रेंज के गोबरी बीट RF 302 में झुरही तैलया के पास किया गया है.
22 फरवरी को एक ग्रामीण को कुचल दिया था
दरअसल, एक महीना से आतंक मचा रहे इस हाथी ने 22 फरवरी की रात गोबरी में एक ग्रामीण को कुचल दिया था. जिससे ग्रामीण की मौत हो गई थी. वही इसके बाद ग्रामीणों ने हंगामा मचाया था. इस दौरान वन पुलिस अधिकारियों और ग्रामीणों के बीच संघर्ष की स्थिति बन गयी थी. इतना ही नहीं हंगामे के दौरान हुई फायरिंग में गोली लगने से दो ग्रामीण घायल हो गए थे. साथ ही एक ASI भी गंभीर रुप से घायल हो गया था. फिलहाल तीनों का इलाज अस्पताल में चल रहा है.
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