
Dindori Amrit Sarovar: डिंडौरी जिले में जल संरक्षण के नाम पर अमृत सरोवर योजना के तहत सरोवरों के निर्माण में ग्रामीण यांत्रिकी विभाग के द्वारा जमकर भ्रष्टाचार किया गया है, जिसका खामियाजा ग्रामीणों और किसानों को भुगतना पड़ रहा है. ताजा मामला समनापुर जनपद के ग्रामपंचायत पड़रिया का है, जहां वर्ष 2023 में अमृत सरोवर योजना के तहत एक नहीं बल्कि दो सरोवरों का निर्माण कराया गया था.
पड़रिया में बने अमृत सरोवर बदहाल
एक सरोवर के निर्माण में तकरीबन एक करोड़ रुपये तो वहीं दूसरे सरोवर के निर्माण में करीब 41 लाख रुपये खर्च किया गया था, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि ये दोनों सरोवर गर्मी आने से काफी दिन पहले ही पूरी तरह से सूख चुके हैं. आलम यह है कि सरोवर में दूर दूर तक पानी का एक बूंद भी नजर नहीं आता है.
इतना ही नहीं इन सूख चुके सरोवरों के पास नोटिस बोर्ड भी लगा हुआ है, जिसमें लिखा है कि सरोवर में पानी का अत्यधिक भराव है. लिहाजा सरोवर के पास सावधानी बरतने की हिदायत दी गई है.
रखरखाव के अभाव में सूख गया अमृत सरोवर का पानी
स्थानीय ग्रामीण और किसानों का कहना है कि यदि सरोवर में पानी होता तो न सिर्फ उन्हें सिंचाई के लिए पानी मिलता बल्कि अन्य जरुरी कामों के लिए आसानी से पानी मिल पाता, लेकिन भ्रष्ट अधिकारियों ने ग्रामीणों के अरमानों पर पानी फेर दिया.

Amrit Sarovar: मुंह चिढ़ा रहा है सूखे सरोवरों के पास लगा नोटिस बोर्ड.
गड़बड़ी की शिकायत पर कलेक्टर ने दिए थे जांच के आदेश
मृत सरोवर योजना में गड़बड़ी की शिकायत पर नवागत कलेक्टर नेहा मारव्या ने जांच के आदेश भी दिए थे, लेकिन जांच के नामपर शायद खानापूर्ति कर ली गई है. ग्रामीण यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन यंत्री दीपक आर्मो ने बताया कि सरोवरों के निर्माण में गड़बड़ी हुई है, लेकिन इसके बावजूद गड़बड़ी करने वालों पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई?

Amrit Sarovar: अनुपयोगी जगहों पर सरोवर का ढांचा खड़ा कर राशि का बंदरबांट कर लिया गया है.
क्षेत्रीय सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते से जब हमने अमृत सरोवरों के निर्माण में गड़बड़ी और भ्रष्टाचार को लेकर सवाल किये तो वे भी गोलमोल बातें कर अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ते हुए नजर आएं.