Madhya Pradesh News: बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ, अभियान को लेकर 21 जनवरी को गुवाहाटी से शुरू हुई यात्रा 15 फरवरी को गेटवे ऑफ इंडिया मुंबई पहुंचेगी. जहां इस यात्रा का समापन हो जाएगा. यह यात्रा एसपीआरजे कन्या शाला ट्रस्ट मुंबई के 100 साल पूरे होने पर शताब्दी वर्ष के उपलक्ष में निकाली जा रही है. यह संस्था 100 साल पहले पांच लड़कियों के स्कूल से शुरू हुई थी, जिसमें अब 5 लाख से अधिक लड़कियां स्कूलों में हैं. यहां लड़कियों को निशुल्क शिक्षा दी जाती है.
इस यात्रा के लिए 21 लड़कियों का हुआ चयन
कक्षा नर्सरी से लेकर पोस्ट ग्रेजुएट तक की शिक्षा एक ही कैंपस में मिलती है. बेटियों को निशुल्क शिक्षा प्रदान करने वाली यह संस्था समाज व लोगो को जागरूक करने के लिए बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ यात्रा निकाल रहीं है. यात्रा के लिए 21 लड़कियों का चयन किया गया और उन्हें करीब दो महीने तक ट्रेनिंग देकर इस यात्रा के लिए तैयार किया गया है. यह यात्रा 26 दिन में 2751 किलोमीटर चलेगी और छह राज्यों से होकर गुजरेगी.
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एमपी में किया 1300 किमी का सफर तय
मध्य प्रदेश पांचवा राज्य है, जहां 13 दिन में 1300 किलोमीटर का सफर तय कर 21 लड़कियां मध्य प्रदेश के रीवा पहुंची हैं इन्हें 15 फरवरी को गेटवे ऑफ इंडिया, मुंबई में पहुंचना है. अब तक ये यात्रा असम, वेस्ट बंगाल, बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, में प्रवेश कर चुकी है. पूरे दिन में 120 किलोमीटर प्रतिदिन यात्रा का लक्ष्य है दिन में दो जगह नुक्कड़ नाटक के माध्यम से बेटी पढ़ाओ- बेटी बचाओ, मेरी माटी- मेरा देश, विकसित भारत, पर्यावरण पर नुक्कड़ नाटक आयोजित किया जाता है. पूरी यात्रा में खाने पीने से लेकर रहने की व्यवस्था बीपीसीएल और एचपीसीएल द्वारा दी जा रही है.
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