मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के कटनी (Katni) में ₹500 करोड़ के अंतरराज्यीय हवाला रैकेट (Inter-State Hawala Racket) का भंडाफोड़ होने के सात साल बाद उसी प्रशासनिक डिवीजन में एक अनोखे समान गिरोह का खुलासा हुआ है. दोनों ही नेटवर्क में लोगों के बैंक खातों से दस्तावेज का इस्तेमाल कर कैसे पैसों को इधर से उधर किया जाता था. जिन लोगों के बैंक खाते का इस्तेमाल किया गया उनमें से कई बेरोजगार थे और उनके पास गरीबी रेखा के कार्ड थे. इनके बैंक खातों का उपयोग विभिन्न कंपनियों में पैसा भेजने के लिए किया गया था.
पुलिस ने क्या कहा?
पुलिस का कहना है कि नए हवाला रैकेट के सिलसिले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. प्रारंभिक जानकारी के आधार पर लेन-देन की राशि पहले ही 50 करोड़ रुपये से अधिक हो चुकी है.
इस मामले में रसूखदार विधायक के करीबी लोगों की कथित संलिप्तता पाई गई थी. वहीं इस मामले की जांच कर रहे एक पुलिसकर्मी का ट्रांसफर भी किया गया था. बैक खातों में से कुछ खाते बेरोजगार युवाओं और सब्जी बेचने वालों के थे और इनके खाते से लगभग एक करोड़ रुपये का लेनदेन हुआ. इतना ही नहीं खाता धारकों को आम तौर पर फर्जी कंपनियों के प्रमुखों के रूप में दिखाया गया था. वहीं कथित रूप से इस राशि को फिर कुछ कंपनियों के खातों में ट्रांसफर कर दिया गया.
कहां-कहां शिकायत हुई?
हाल ही में मध्य मध्य प्रदेश के कटनी और राज्य के पश्चिमी हिस्से में रतलाम जिले के कुछ खाता धारकों द्वारा पुलिस शिकायतें दर्ज की गईं हैं. इन दोनों जिलों की दूरी लगभग 700 किमी की है. कटनी में, प्रमुख शिकायतकर्ताओं में से एक, अंकित पटेल ने आरोप लगाया है कि उनके खाते में ₹29 लाख का लेनदेन किया गया था.
कटनी में 20 खातों से करोड़ों रुपये का हुआ लेनदेन
कटनी के पुलिस अधीक्षक अभिषेक रंजन ने कहा कि कटनी के गैत्रा गांव में 20 से अधिक लोगों के जीरो बैलेंस खाते एक सामान्य एजेंट विवेक पटेल के जरिए एक छोटे बैंक में खोले गए थे. वहीं छोटे से फाइनेंस बैंक के 20 खातों से करोड़ों रुपये का लेनदेन हुआ है. इनमें से प्रत्येक खाते में 20 लाख रुपये से 90 लाख रुपये के बीच लेनदेन की सूचना है.
रतलाम का मामला ऐसा रहा
वहीं रतलाम में फास्ट-फूड स्टॉल के मालिक सूरज चौरे ने शिकायत दर्ज कराई है कि तुलसीराम ओझा नाम के एक व्यक्ति ने उन्हें 15,000 रुपये प्रति माह के बदले बैंक खाता खोलने का लालच दिया. कागजों पर उन्हें एक घोस्ट कंपनी के प्रमुख के रूप में दिखाया गया था. रतलाम रेंज के उप महानिरीक्षक मनोज सिंह ने मामले में सामने आए तथ्यों की पुष्टि की और कहा कि लेनदेन का मनी ट्रेल मध्य प्रदेश तक ही सीमित नहीं है, बल्कि अन्य राज्यों तक भी फैला हुआ है.
2017 में 500 करोड़ रुपये के हवाला रैकेट का हुआ था खुलासा
2017 में तत्कालीन पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी के नेतृत्व वाली एक टीम ने कटनी जिले में 500 करोड़ रुपये के हवाला रैकेट का भंडाफोड़ किया था. उस जांच के दौरान खनन कारोबारी से विधायक बने एक विधायक के करीबी स्थानीय व्यापारियों के नाम भी सामने आए थे, जो पहले कांग्रेस और फिर भाजपा में थे. जांच पूरी होने से पहले, उसी वर्ष गौरव तिवारी का ट्रांसफर छिंदवाड़ा जिले में कर दिया गया था.