Mauni Amavasya 2024: हिन्दू धर्म में विभिन्न प्रकार की पूजा-पाठ को विधि विधान से करने का विशेष महत्व बताया गया है. साल का दूसरा माह फरवरी शुरू हो चुका है और इस महीने कई विशेष व्रत-उपवास पड़ेगें, उन्हीं में से एक हैं मौनी अमावस्या. मौनी अमावस्या को माघ अमावस्या भी कहा जाता है. इस खास तिथि पर गंगा स्नान, दान-पुण्य और पूजा करना बहुत शुभ माना जाता है. पंडित दुर्गेश ने इस दिन करने वाली पूजा की विधि, महत्व और शुभ मुहूर्त की जानकारी दी है, आइए जानते हैं.
कब है शुभ मुहूर्त
हिन्दू पंचांग के अनुसार, मौनी अमावस्या की तिथि की शुरुआत 09 फरवरी को सुबह 08 बजकर 02 मिनट से शुरू होगा और 10 फरवरी को सुबह 04 बजकर 28 मिनट तक चलेगा, ऐसे में 09 फरवरी को मौनी अमावस्या मनाई जाएगी.
मौनी अमावस्या का महत्व
मौनी अमावस्या को बहुत उत्तम माना गया है. इस खास अवसर पर मौन रहने का विशेष महत्व है. कहा जाता है इस दिन मौन रहना बेहद शुभ होता है. मौनी अमावस्या के दिन पवित्र नदी में स्नान करना फलदायी होता है. इस दिन सच्चे मन से भगवान विष्णु की पूजा अर्चना करनी चाहिए और दान भी देना चाहिए. कहा जाता है कि मौनी अमावस्या के दिन दान देने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है.
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कैसे करें पूजा-अर्चना
मौनी अमावस्या के दिन सुबह जल्दी उठकर दिन की शुरुआत करना चाहिए. दिन की शुरुआत भगवान विष्णु को ध्यान में रखते हुए करना चाहिए. इस दिन नदी में स्नान करके दान करना चाहिए, यदि नदी में स्नान करना संभव नहीं हो पा रहा है तो घर में नहाने के पानी में थोड़ा सा गंगाजल डालें और फिर स्नान करें. मान्यता है कि इस दिन पवित्र नदियों के गंगा जल के पानी से स्नान करने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है. इसके बाद सूर्य को जल अर्पित करें और श्रद्धा भाव से भगवान विष्णु की पूजा अर्चना करें.
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