
Shivratri 2025 Puja Vidhi: आज पूरे देश में महाशिवरात्रि (Maha Shivratri 2025) का पर्व मनाया जा रहा है. सुबह से ही भक्तों की भारी भीड़ शिवालय और शिव मंदिरों में देखने को मिल रही है. हिंदू पंचांग के अनुसार, इस बार महाशिवरात्रि पर कई शुभ संयोग बन रहे हैं. महाशिवरात्रि को जलाभिषेक करने का विशेष महत्व है, इससे भगवान शिव प्रसन्न होते हैं. आज हम आपको बताएंगे कि महाशिवरात्रि पर कैसे भोलेनाथ को प्रसन्न कर सकते हैं.
महाशिवरात्रि 2025 कब है (Maha Shivratri 2025 Date)
महाशिवरात्रि का व्रत फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को रखा जाता है.
फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि का शुभारंभ: 26 फरवरी, सुबह 09:17 बजे से
फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी तिथि का समापन: 27 फरवरी, सुबह 8:54 बजे
महाशिवरात्रि पर जलाभिषेक करने का शुभ मुहूर्त (Maha Shivratri 2025 Shubh Muhurat)
महाशिवरात्रि के दिन महादेव का जलाभिषेक का विशेष महत्व होता है. वहीं इस साल महाशिवरात्रि पर जलाभिषेक का समय 09:17 बजे से है, क्योंकि इससे पूर्व त्रयोदशी तिथि है. ऐसे में आप आज सुबह 09:17 बजे से पूरे दिन भगवान शिव को जलाभिषेक कर सकते हैं.
कैसे करें भगवान शिव को प्रसन्न?
1. बेलपत्र चढ़ाएं- महाशिवरात्रि के दिन 11, 21 या 101 बेलपत्र शिवलिंग पर अर्पित करें. हालांकि इससे पहले सभी बेलपत्र पर ऊँ नम: शिवाय लिखें. ऐसा मान्यता है कि ऐसा करने से भगवान भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं और आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं.
2. भस्म चढ़ाएं- इस दिन शिवलिंग पर भस्म चढ़ाएं. दरअसल, भगवान शिव स्वयं भस्मधारी हैं. इसलिए इस दिन भस्म अर्पित करने से भगवान शिव बेहद प्रसन्न होते हैं और इससे जीवन में धन संपत्ति के साथ-साथ सुख समृद्धि की प्राप्ति होती है.
3. धतूरा अर्पित करें- भगवान शिव को धतूरा बेहद पसंद है. ऐसे में इस महाशिवरात्रि भगवान शिव को धतूरा जरूर अर्पित करें. ऐसा करने से भगवान शिव की विशेष कृपा मिलती है.
4. बेर चढ़ाएं- महाशिवरात्रि के मौके पर भगवान शिव को बेर का फल अर्पित करें. ऐसा करना बेहद शुभ माना जाता है. मान्यता के अनुसार, ऐसा करने से घर में सुख शांति बनी रहती है और परिवार के सदस्य बीमारियों से दूर रहते हैं.