Kushmanda Bhog: हिन्दू धर्म में चैत्र नवरात्रि का पर्व बेहद पवित्र होता है. नवरात्रि में माता के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है, नवरात्रि के चौथे दिन मां कूष्माण्डा की पूजा (Devi kushmand puja vidhi) की जाती है. देवी कुष्मांडा आदि शक्ति का वह रूप हैं, जिनकी मंद मुस्कान से इस सृष्टि ने साँस लेना आरंभ किया था, देवी कुष्मांडा (Devi kushmand Prasad) को प्रसन्न करने के लिए भक्त उनकी सच्चे मन से पूजा करते हैं और उनका प्रिय भोग लगाते हैं, आइए जानते हैं कि माता को कौन सा भोग प्रिय होता है, जिसे चढ़ाने से पहले मां की विशेष कृपा भक्तों पर होती है.
पेठा का भोग
देवी कुष्मांडा को कुम्हड़ा यानी पेठा बहुत प्रिय होता है, देवी को प्रसन्न करने के लिए आप सफ़ेद पेठे का भोग भी लगा सकते हैं, इसके साथ ही आप मालपुए और दही हलवा का भोग ज़रूर चढ़ाएं, ऐसा करने से देवी कुष्मांडा की कृपादृष्टि जातक पर होती है और मां प्रसन्न होती है.
देवी कुष्मांडा की पूजा करने से क्या लाभ होता है?
मनुष्य निरोग रहता है
देवी कुष्मांडा की साधना और पूजा करने से मनुष्य निरोग रहता है, कहा जाता है कि जो कोई भक्त इनकी उपासना करता है वह उसे आरोग्य की प्राप्ति होती है.
भय से दूरी
देवी कुष्मांडा की भक्ति करने वाले भक्त के जीवन में किसी भी प्रकार का भय नहीं रहता है, क्योंकि माता की शक्ति हर भय को दूर कर देती है.
तेज और बल का संचार
देवी कुष्मांडा की भक्ति करने से तेज और बल का संचार होता है इसीलिए भक्त हमेशा निर्भय रहता है.