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Chaitra Navratri 2024:  इस नवरात्रि में 30 साल बाद बन रहा है अमृत सिद्धि योग, जानिए क्या है खास

When is Chaitra Navratri 2024: इस साल की चैत्र नवरात्रि बेहद शुभ मानी जा रही है, दरअसल सालों के बाद अमृत सिद्धि योग बन रहा है. कहा जाता है कि अमृत सिद्धि योग (Amrit siddhi yog) में माता रानी की पूजा अर्चना (Navratri Pooja) करने से सभी कष्ट और दुखों से मुक्ति मिल जाती है. आइए जानते हैं ये अमृत सिद्धि योग का बन रहा है और किस तरह से घट स्थापना और माता की पूजा (Ghat sthapna) अर्चना आपको करनी चाहिए.

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Chaitra Navratri 2024:  इस नवरात्रि में 30 साल बाद बन रहा है अमृत सिद्धि योग, जानिए क्या है खास

Chaitra Navratri 2024: हिन्दू धर्म में नवरात्रि के पर्व का बहुत ख़ास महत्व होता है. चैत्र शुक्ल पक्ष प्रतिपदा से नवरात्रि की शुरुआत होती है. इस बार 9 अप्रैल को चैत्र नवरात्रि की शुरुआत होगी और समापन सत्र 17 अप्रैल को होगा. इस साल की चैत्र नवरात्रि बेहद शुभ मानी जा रही है. दरअसल, सालों के बाद अमृत सिद्धि योग (Amrit siddhi yog kab hai) बन रहा है. 

कहा जाता है कि अमृत सिद्धि योग (Amrit siddhi yog) में माता रानी की पूजा अर्चना (Navratri Pooja) करने से सभी कष्ट और दुखों से मुक्ति मिल जाती है. आइए, जानते हैं कि ये अमृत सिद्धि योग कब बन रहा है और किस तरह से घट स्थापना और माता की पूजा (Ghatasthapana) अर्चना आपको करनी चाहिए.

नक्षत्रों में पहला नक्षत्र अश्विनी नक्षत्र माना जाता है. मंगलवार के दिन अश्विनी नक्षत्र पड़ रहा है, जिसे अमृत सिद्धि योग कहते हैं. चैत्र नवरात्रि की शुरुआत भी 9 अप्रैल से हो रही है. ऐसे में 30 साल के बाद नवरात्रि के मौक़े पर ये संयोग बन रहा है, जो काफी अद्भुत और फलदायी माना जा रहा है. कहा जा रहा है कि अश्विनी नक्षत्र के दौरान माता रानी की पूजा अर्चना करने से सभी दुख दूर हो जाते हैं. आपको बता दें कि ये अश्विनी नक्षत्र 9 अप्रैल को सूर्योदय के दो घंटे बाद शुरू हो जाएगा.

माता को प्रसन्न करने के लिए कैसे करें पूजा
नवरात्रि की प्रतिस्पर्धा पर सबसे पहले ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करें और नए कपड़े पहनें. एक चौकी पर सफ़ेद रंग का कपड़ा बिछाकर हल्दी या केसर से रंगते हुए अक्षत से ही दल कमल बना लें. उस पर वैभव जी की मूर्ति या फ़ोटो की स्थापना करें. फिर षोडशोपचार पूजन करें, अन्य देवी देवता मुनि, गंधर्व, पर्वत, नदी, पशु-पक्षी सभी का ध्यान करते हुए मातारानी से प्रार्थना करें और व्रत का संकल्प लें. इस दिन दुर्गा पूजा की घट स्थापना करने के साथ ही 9 दिनों तक माता रानी की आराधना की जाती है.

क्या खाएं
कहते हैं कि प्रतिपदा के दिन नवरात्रि शुरू होने पर यदि नीम के कोमल पत्तों को काली मिर्च, नमक, ज़ीरा, अजवाइन मिलाकर खाएं, तो व्यक्ति हमेशा आरोग्य रहता है.

इन चीजों से बनाएं दूरी
नवरात्रि में माता रानी की कृपा पाने के लिए इस बात का ध्यान रखें कि मांस, मदिरा, मद्यपान से दूर रहें. माता रानी को प्रसन्न करने के लिए व्रत उपवास करें और भक्ति करें, ताकि आपकी मनोकामना पूरी हो सके.

यह भी पढ़ें: Chaitra Navratri 2024: पंडित जी से जानिए किस दिन होती है कौन सी माता की पूजा? क्या है इसका महत्व?

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष व लोक मान्यताओं पर आधारित है. इस खबर में शामिल सूचना और तथ्यों की सटीकता के लिए NDTV किसी भी तरह की ज़िम्मेदारी या दावा नहीं करता है.)

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