प्रवासी भारतीय दिवस, ग्लोबल समिट और जी-20 की बैठक के बाद इंदौर को एक और राष्ट्रीय स्तर के बड़े आयोजन का मौका मिला है. केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय द्वारा आयोजित होने वाली नेशनल स्मार्ट सिटी कॉन्फ्रेंस का आयोजन इंदौर में होगा. 27 से 29 सितंबर तक होने वाले इस सम्मेलन का उदघाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू करेंगी. इस आयोजन में स्मार्ट सिटी के जनप्रतिनिधि, अधिकारी एवं विशेषज्ञ शामिल होंगे.
क्या है इसमें खास?
- 100 स्मार्ट सिटी के जनप्रतिनिधि, अधिकारी तथा विशेषज्ञ शामिल होंगे
- 2,000 से ज़्यादा विशिष्टजन सम्मिलित होंगे
- उत्कृष्ट कार्य करने वाले शहर सम्मानित होंगे
- केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय का आयोजन
- पहली बार ये आयोजन इंदौर में
- सांसद लालवानी ने पीएम को पत्र लिखा था
स्वच्छता में लगातार नंबर वन आने एवं इसी कॉन्फ्रेंस में पिछले साल देश भर में प्रथम आने के बाद सांसद शंकर लालवानी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर यह आयोजन इंदौर में करने का अनुरोध किया था. जिस पर पीएमओ की सहमति के बाद केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय ने इंदौर में ये कॉन्फ्रेंस आयोजित करने का फैसला लिया. सांसद शंकर लालवानी ने प्रधानमंत्री को 28 मार्च 2023 को लिखे पत्र में इस कांफ्रेंस को एक नॉलेज प्लेटफार्म के तौर पर आयोजित करने का आग्रह किया था. इसके अंतर्गत यहां देशभर की स्मार्ट सिटी अपने-अपने प्रोजेक्ट के मॉडल तथा नवाचार की जानकारी शेयर करेंगे. साथ ही, शहरी विकास मंत्रालय की स्थायी समिति के सदस्य होने के नाते सांसद लालवानी ने 19 अप्रैल 2023 को स्मार्ट सिटी पर हुई बैठक में भी इस आयोजन को इंदौर में करने पर दमदारी से अपना पक्ष रखा था.
सांसद शंकर लालवानी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा कि पहली बार इस कॉन्फ्रेंस का आयोजन इंदौर में हो रहा है और यह हमारे लिए गौरव का विषय है.
इस आयोजन के तैयारियों से जुड़ी बैठक 24 अगस्त को इंदौर में रखी गई है
वर्ष 2018 में सबसे पहले शहरों द्वारा किए गए इनोवेशन, इम्पैक्ट और स्केलेबिलिटी को हाईलाइट करने के लिए इंडियन स्मार्ट सिटीज अवॉर्ड कांटेस्ट (आईएसएसी) की शुरुआत की गई थी.
इस श्रृंखला में पहले अवॉर्ड सेरिमनी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हुए थे और उसके बाद से लगातार इस अवार्ड का महत्व बढ़ता गया है. पिछले साल सूरत में आयोजित आईएसएसी 2022 में 77 शहरों से, 15 कैटेगरी में 845 से ज्यादा एप्लीकेशन आई थीं.