World Cotton Day 2023 : आज 7 अक्टूबर को दुनिया भर में विश्व कपास दिवस (World Cotton Day) मनाया जाता है. कपास का उत्पादन भारत ही नहीं बल्कि दुनिया भर में बड़े पैमाने पर किया जाता है, आइए जानते हैं कि विश्व कपास दिवस 7 अक्टूबर को ही क्यों मनाया जाता है, इसका इतिहास क्या है?
It's #WorldCottonDay! This year's theme is “Making cotton fair and sustainable for all, from farm to fashion.” Our Senior Traceability Manager Jacky Broomhead is joining the @wto @FAO WCD event in today Vienna to present on ‘Traceability as an innovation for the cotton sector.' pic.twitter.com/uDjjJDiN3U
— Better Cotton (@BCICotton) October 4, 2023
पहले एक नजर भारत में कपास की स्थिति पर
सरकार द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार दुनिया में भारत (India) में सबसे ज्यादा रकबे पर कपास की खेती की जाती है. यहां 133.41 लाख हेक्टेयर में कपास उगाया (Cotton Farming) जाता है, यानि विश्व भर के 319.81 लाख हेक्टेयर रकबे से 42% अधिक रकबे पर कपास की पैदावार होती है. भारत में लगभग 67% कपास की पैदावार बारिश पर निर्भर क्षेत्रों में और 33% कपास की पैदावार सिंचित क्षेत्रों में होती है.
विश्व में कपास का सबसे बड़ा उत्पादक देश है भारत
विश्व में भारत कपास का सबसे बड़ा उत्पादक देश है. भारत में तकरीबन 360 लाख गांठ यानि 6.12 मिलियन मीट्रिक टन कपास पैदा होती है, जो पूरी दुनिया में पैदा होने वाले कपास का करीब 25% है. भारत, विश्व में कपास का दूसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता देश भी है. यहां एक अनुमान के अनुसार 303 लाख गांठों की खपत हो जाती है.
60 लाख 50 हजार से अधिक किसान सीधे कपास की खेती से जुड़े
भारत में करीब 60 लाख 50 हजार किसान कपास (Cotton Farmer) की खेती से जुड़े हैं. वहीं लगभग पांच करोड़ लोग कपास प्रसंस्करण (Cotton Processing) और व्यापार जैसी सम्बंधित गतिविधियों में लगे हुए हैं. ये सभी आज कपास की खेती कर अपना पेट पाल रहे हैं. इस क्षेत्र में ग्रोथ की और अधिक संभावनाएं हैं. ऐसे में सरकार द्वारा तमाम प्रयास किए जा रहे हैं.
ऐसे हुई विश्व कपास दिवस मनाने की शुरुआत
पहली बार कपास दिवस 7 अक्टूबर 2019 को मनाया गया था. जिसकी शुरुआत इन चार देशों (बेनिन, बुर्किना फासो, चाड, माली) ने मिलकर की थी.
क्यों मनाया जाता है विश्व कपास दिवस?
विश्व कपास दिवस मनाने के पीछे का मकसद है कॉटन इंडस्ट्री (Cotton Industry) को बढ़ावा देने के साथ-साथ रोजगार के नए अवसर देना है. बता दें कि कपास की खेती (Cotton Farming) पूरे विश्व में एक बड़े पैमाने पर की जाती है, जिसके लाखों की संख्या में लोगों को रोजगार मिलता है और खेत में कपास को उगाकर अलग-अलग फार्म में परिवर्तित किया जाता है. विश्व कपास दिवस के मौके पर कई तरह-तरह के कार्यक्रम और लोगों को जागरूक करने के लिए कई तरह के अभियान चलाए जाते हैं. विश्व कॉटन दिवस मनाने का उद्देश्य दुनिया भर में कॉटन अर्थव्यवस्थाओं के सामने आने वाली चुनौतियों को उजागर करना है.
किन-किन देशों में होता है भारत के कपास का निर्यात
भारत से कपास का निर्यात बांग्लादेश (Bangladesh), चीन (China), वियतनाम, पाकिस्तान (Pakistan), इंडोनेशिया, श्रीलंका (Sri Lanka) और अन्य देशों को निर्यात किया गया है. क्योंकि इन पड़ोसी देशों में कपास का उत्पादन कम होता है. भारत दुनिया का सबसे बड़ा कपास उत्पादक और दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक है.
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