दिल्ली के लाल किला के पास ब्लास्ट करने वाले की पहचान हो गई है. पुलिस सूत्रों के अनुसार, i20 कार उमर उन नबी चला रहा था, क्योंकि उसका डीएनए सैंपल उसकी मां से 100 फीसद मैच हुआ है. ब्लास्ट के बाद कार से मिली हड्डियों, दांत और कपड़ों के टुकड़ों से डीएनए मैच किया गया था. जांच में यह भी पता चला है कि उमर तुर्की के अंकारा शहर में बैठे अपने हैंडलर के भी संपर्क में था, जिसका कोडनेम UKasa था.
Delhi terror blast case | The agency's investigation is now also looking into whether separate vehicles were being prepared for the blasts. After the i20 and EcoSport cases, it was learned that the suspects were planning to prepare two more similar old vehicles, which would…
— ANI (@ANI) November 13, 2025
और बड़े धमाके की थी योजना
सुरक्षा एजेंसी अब इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या विस्फोटों के लिए अलग से वाहन तैयार किए जा रहे थे. i20 और ईकोस्पोर्ट मामलों के बाद पता चला है कि संदिग्ध दो और पुराने वाहन तैयार करने की योजना बना रहे थे, जिनमें विस्फोटक रखकर और बड़े धमाके करने की योजना थी. सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि 8 संदिग्ध आतंकी चार जगहों पर सिलसिलेवार विस्फोट करने की योजना थी. 8 लोग दो-दो के साथ चार ग्रुप में बंट जाते और 4 शहरों में जाते, उन्हें अपने साथ आईईडी भी ले जाना था.
अंकारा भी गया था उमर!
पुलिस सूत्रों के अनुसार, उमर अपने हैंडलर से सेशन ऐप के जरिए लगातार संपर्क में था. मार्च 2022 में कुछ लोग अंकारा भी गए थे. शक है कि इनमें उमर भी शामिल था और साथ में उसके फरीदाबाद से पकड़े गए संदिग्ध भी थे, जहां ये सभी जैश-ए-मोहम्मद के हैंडलर से मिले थे और इनका ब्रेनवॉश किया. इस मामले में NIA तुर्किये के दूतावास से सहयोग मांग सकती है.
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घरवालों से अक्सर रहता था दूर
उमर अपने परिवार से कई महीनों तक दूर रहता था. परिवार का कहना है कि वह फोन बंद रखता था. बार-बार कही भी गायब हो जाता. वह घरवालों से हमेशा यही कहता कि वह एक "जरूरी काम" कर रहा है, इसलिए उसे परेशान न करें. उसने इसी सोमवार को घर आने की बात की थी, लेकिन उससे पहले ही उसने दिल्ली में धमाका कर दिया.