
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh Assembly Elections 2023) राज्य में दक्षिण क्षेत्र के धमतरी जिले में सिहावा विधानसभा क्षेत्र है, जो अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है. पिछले विधानसभा चुनाव, यानी वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में यहां कुल मिलाकर 189528 मतदाता थे, जिन्होंने कांग्रेस के प्रत्याशी डॉ. लक्ष्मी ध्रुव को 88451 वोट देकर जिताया था. उधर, बीजेपी उम्मीदवार पिंकी शिवराज शाह को 43015 वोट हासिल हो सके थे, और वह 45436 वोटों से हार गए थे.
इसी तरह वर्ष 2013 में सिहावा विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी प्रत्याशी श्रवण मरकाम को जीत हासिल हुई थी, और उन्होंने 53894 वोट हासिल किए थे. इस चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार अंबिका मरकाम को 46407 वोट मिल सके थे, और वह 7487 वोटों के अंतर से दूसरे स्थान पर रहे थे.
इससे पहले, सिहावा विधानसभा क्षेत्र में वर्ष 2008 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी अंबिका मरकाम ने कुल 56048 वोट हासिल कर जीत दर्ज की थी, और बीजेपी उम्मीदवार पिंकी शिवराज शाह दूसरे स्थान पर रहे थे, जिन्हें 41152 मतदाताओं का समर्थन हासिल हो सका था, और वह 14896 वोटों के अंतर से विधानसभा चुनाव हार गए थे.
गौरतलब है कि पिछले विधानसभा चुनाव, यानी विधानसभा चुनाव 2018 में छत्तीसगढ़ में 68 सीटें जीतकर कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनी थी, और पार्टी ने भूपेश बघेल को मुख्यमंत्री बनाया था. इसके साथ ही भारतीय जनता पार्टी (BJP) के रमन सिंह का 15 साल तक चला कार्यकाल खत्म हो गया था. BJP इस चुनाव में महज़ 15 सीटें ही अपनी झोली में डाल पाई थी. 2018 में छत्तीसगढ़ में सत्ता में कैसे बदलाव हुआ था, इसे समझने के लिए 2013 के चुनाव परिणाम पर भी निगाह डालनी होगी. तब BJP को 49 सीटें मिलीं थीं और कांग्रेस को 41 सीटें, लेकिन दोनों के बीच वोट शेयर का अंतर महज़ 1 फीसदी से भी कम था. अब भूपेश सरकार के पास राज्य में पहली बार बनी कांग्रेस सरकार को रिपीट करने की चुनौती है, तो BJP एन्टी-इन्कम्बेन्सी के सहारे फिर सत्ता पाने की जुगत में लगी है.