लोकसभा में विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A के द्वारा लाया गया अविश्वास प्रस्ताव ध्वनिमत से खारिज हो गया. विपक्ष वोटिंग से पहले ही वॉकआउट कर गया था. इससे पहले PM मोद ने विपक्ष पर जमकर हमला बोला. उन्होंने विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जब 2028 में प्रस्ताव लेके आएं तो तैयारी करके आना. ऐसे घिसी-पिटी बातें लेकर मत आना, देश को लगे कि कम से कम आप विपक्ष के योग्य हो, आपने वो योग्यता भी खो दी. PM ने कहा कि मुझे दुख इस बात का है कि आपको पांच साल मिले लेकिन आपने तैयारी नहीं की. आपने देश को निराश किया.
ये घमंडिया गठबंधन है: मोदी
दरअसल PM मोदी लोकसभा में मणिपुर हिंसा को लेकर विपक्ष द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब दे रहे थे. 2 घंटे 12 मिनट के अपने भाषण में PM मोदी ने विपक्ष पर कई बड़े हमले किए. पीएम ने कहा- 'यूपीए को लगता है कि देश के नाम का इस्तेमाल कर विश्वसनीयता बढ़ाई जा सकती है. ये इंडिया गठबंधन नहीं है. ये घमंडिया गठबंधन है. इसकी बारात में हर कोई दूल्हा बनना चाहता है. सबको प्रधानमंत्री बनना है.
मणिपुर के साथ पूरा देश: मोदी
भाषण में PM मोदी ने मणिपुर के मसले पर भी अपनी बात रखी. उन्होंने कहा
इससे पहले उन्होंने अपने भाषण के दौरान लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी को भी आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि अधीर बाबू को पता है कि गुड़ का गोबर कैसे करना है. ये इसमें माहिर हैं. PM ने कहा कि इस बार अधीर बाबू का क्या हाल हो गया? उनकी पार्टी ने उन्हें बोलने का मौका नहीं दिया. प्रधानमंत्री ने कहा कि पता नहीं हो सकता है 'इंडिया' से कोई फोन आया हो। कांग्रेस बार-बार उनका अपमान करती है.
मोदी सरकार की जीत
अविश्वास प्रस्ताव पर लोकसभा में बहुमत के लिए सदन में मौजूद सदस्यों में 50% से 1 अधिक होना चाहिए. लोकसभा में बीजेपी के303 सदस्य हैं. सहयोगियों को मिलाकर आंकड़ा 333 होता है. YSR, BJD और TDP ने भी समर्थन का वादा किया है. वहीं, कांग्रेस के 51 सदस्य हैं. INDIA गठबंधन को मिलाकर सांसदों की संख्या 143 है. हालांकि, अविश्वास प्रस्ताव के लिए ऑटोमैटिक मशीन या पेपर वोटिंग की जरूरत नहीं पड़ी. ध्वनिमत से ही अविश्वास प्रस्ताव गिर गया. सदन में मोदी सरकार की जीत हुई. साबित हो गया कि मोदी सरकार को संसद में बहुमत हासिल है.