![छत्तीसगढ़ महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी केस में ED ने कसा शिकंजा, फ़्रीज़ किए 580 करोड़ रुपये छत्तीसगढ़ महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी केस में ED ने कसा शिकंजा, फ़्रीज़ किए 580 करोड़ रुपये](https://c.ndtvimg.com/2023-02/uvocqub_ed-generic-enforcement-directorate-generic_625x300_20_February_23.jpg?im=FaceCrop,algorithm=dnn,width=773,height=435)
Mahadev Online Betting Case: प्रवर्तन निदेशालय यानी ED ने महादेव ऑनलाइन सट्टेबाज़ी मामले में शिकंजा और कस दिया है. केन्द्रीय एजेंसी ने दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, रायपुर, इंदौर और गुरुग्राम में छापेमारी के बाद महादेव सट्टा ऐप के 580 करोड़ रुपये फ़्रीज़ कर लिए हैं. इसके अलावा छापेमारी में 1.86 करोड़ रुपये कैश और 1.78 करोड़ की क़ीमती चीजें भी ज़ब्त की गई हैं. ED के मुताबिक महादेव ऐप ने अवैध कमाई से आय लगभग 6000 करोड़ रुपये है.बता दें कि महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी केस में कथित तौर पर कई उच्च पदस्थ राजनेता और छत्तीसगढ़ के नौकरशाह शामिल हैं. ऐप के मुख्य प्रवर्तक और संचालक छत्तीसगढ़ के ही हैं.
ED की तफ्तीश में पता चला है कि दुबई से चलने वाले महादेव ऐप ने कई देशों में अलग-अलग अलग नाम से 70 से 30 परसेंट मार्जिन पर फ्रेंचाइजी भी दी थी. महादेव ऐप के प्रमोटर ने दूसरी बेटिंग ऐप मसलन- डी अन्ना फेयर प्ले ऐप में भी पैसा लगा रखा था. जिससे वे हवाला के जरिए पैसों को एक से दूसरी जगह ट्रांसफर करते थे. ED की जांच में ही सामने आया है कि कोलकाता के बड़े हवाला कारोबारी हरिशंकर टीबरवाल ही महादेव ऐप के प्रमोटर का बिजनेस आगे बढ़ा रहे थे. ED ने जब हरी शंकर के ठिकानों और उसके करीबियों पर छापा मारा तो पता चला की वो खुद स्काई एक्सचेंज के नाम से अपनी एक बैटिंग ऐप भी चला रहा था. हरीशंकर इस कमाई को स्टॉक मार्केट में निवेश करता था. ED ने हरी शंकर के खिलाफ ही एक्शन लेते हुए उसके 580.75 करोड़ रुपये PMLA के तहत फ़्रीज़ कर दिए हैं. प्रवर्तन निदेशालय के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी मामले की जांच के तहत मुंबई, पश्चिम बंगाल और दिल्ली-एनसीआर में कुल 15 परिसरों पर पिछले दिनों छापेमारी की गई थी. इस मामले में ईडी ने अब तक कुल नौ लोगों को गिरफ्तार किया है.
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