
Causes of Cancer Medicine Side Effects: कैंसर को अति गंभीर बीमारियों में से एक माना जाता है. कुछ सालों पहले तक इसका इलाज संभव नहीं था. लेकिन, समय के साथ इसके इलाज में काफी तरक्की हुई है, जिससे लोगों की जिंदगी बचाई जा सकती है. लेकिन, इस बीमारी के इलाज के कुछ गंभीर साइड इफेक्ट्स भी सामने आए हैं, जो मरीज की जिंदगी की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकते हैं. ऑस्ट्रेलिया के कुछ वैज्ञानिकों ने एक रिसर्च की है, जो इन साइड इफेक्ट्स के पीछे की वजहों को समझने में मदद करती है. आइए आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं.

इस प्रोटीन से कम हो सकता है कैंसर का खतरा
मेलबर्न के वाल्टर एंड एलाइजा हॉल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल रिसर्च (डब्ल्यूईएचआई) की एक टीम ने बताया कि एमसीएल-1 नाम का एक प्रोटीन कैंसर को बढ़ने से रोकने में अहम है और यह हमारे शरीर की सामान्य कोशिकाओं को भी ऊर्जा प्रदान करता है. उन्होंने बताया कि नए इलाज में जो दवाएं दी जाती हैं, वे एमसीएल-1 (MCL 1) प्रोटीन को रोकती हैं और शरीर के स्वस्थ अंगों को भी नुकसान पहुंचा सकती हैं.
प्रोटीन से कमजोर हो जाते हैं अंग
कैंसर मरीजों को इलाज के दौरान एमसीएल-1 नाम के प्रोटीन से युक्त दवाइयां दी जाती हैं. लेकिन, ये प्रोटीन शरीर के कुछ अंगों को नुकसान भी पहुंचा सकती हैं. खासकर दिल को, क्योंकि ये अंग ऊर्जा के लिए इसी प्रोटीन पर निर्भर रहते हैं. इसी कारण इलाज के दौरान कुछ लोगों में गंभीर साइड इफेक्ट्स देखने को मिले हैं.

ये भी पढ़ें :- Dindori News: बाढ़ में अचानक सवार समेत बह गई कार, लोगों ने खतरों से खेलकर ऐसे बचाई जान
नई दवा पर होगा काम
नई रिसर्च से यह साफ है कि जो साइड इफेक्ट्स होते हैं, वो एमसीएल-1 प्रोटीन की ऊर्जा बनाने की भूमिका से जुड़े हैं. इस जानकारी से वैज्ञानिक अब ऐसी दवाएं बनाने की कोशिश करने वाले हैं, जो कैंसर पर असरदार हों, लेकिन शरीर के स्वस्थ अंगों को नुकसान न पहुंचाएं. रिसर्च की प्रथम लेखिका डॉ. केर्स्टिन ब्रिंकमैन ने कहा कि इस रिसर्च से यह समझने में मदद मिली है कि कैसे कोशिकाओं के खत्म होने और ऊर्जा बनाने की प्रक्रिया आपस में जुड़ी हुई हैं. इस पर वैज्ञानिक सालों से अटकलें लगा रहे थे.
ये भी पढ़ें :- कमरा एक और कक्षाएं सात, बहुत लापरवाही है! डिंडोरी के इस सरकारी स्कूल में खतरे में 180 बच्चों का भविष्य
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)