EVM Security: छत्तीसगढ़ के में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान हो चुका है. वहीं, अब सभी को 3 दिसंबर का इतंजार है जब EVM खुलेगा और जनता के फैसले को बताया जाएगा. हालांकि, मतगणना से पहले सभी की धड़कने तेज हो चुकी है. दूसरी ओर ईवीएम हैकिंग या उससे छेड़छाड़ की आशंका भी नेताओं द्वारा जताई जा रही है. ईवीएम की सुरक्षा की जिम्मेदारी चुनाव आयोग की होती है. लेकिन गिरयाबंद में कुछ अलग ही नजारा देखा जा रहा है. यहां मतदान के बाद से ही राजिम और बिन्द्रानवागढ़ विधानसभा क्षेत्र में स्ट्रांग रूम की पहरेदारी विधायक के निजी स्टॉफ से कराई जा रही है.
दरअसल, गरियाबंद में दो विधानसभा क्षेत्र हैं इसमें एक राजिम है और दूसरा बिन्द्रानवागढ़ हैं. यहां जिला मुख्यालय के मंडी प्रांगण में बनाए गए स्ट्रांग रूप में ईवीएम को रखा गया है. जिसकी सुरक्षा प्रशासन द्वारा किया जा रहा है. लेकिन EVM हैकिंग और उसमें छेड़छाड़ की आशंका को जताते हुए राजिम विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी और वर्तमान विधायक अमितेश शुक्ल ने स्ट्रांग रूम के बाहर पहरेदार खड़े कर दिये हैं. ये विधायक के निजी स्टॉफ हैं.
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मतदान के बाद से ही विधायक करा रहे हैं पहरेदारी
बताया जा रहा है कि, 17 नवंबर को यहां मतदान कराया गया था. इसके बाद ईवीएम को स्ट्रांग रूप में सील कर दिया गया था. इसके बाद से ही विधायक के निजी स्टॉफ स्ट्रांग रूम के बाहर पहरेदारी कर रहे हैं. और यहां से सभी आने जाने वाले लोगों पर नजर रखे हुए हैं. ये स्टाफ 17 नवंबर से ही 24 घंटे तैनात हैं. वहीं, स्टॉफ का कहना है कि वह अब मतगणना के बाद ही यहां से जाएंगे.
हालांकि, अन्य दलों की भी स्ट्रांग रूम के बाहर तैनाती की गई है. लेकिन वह 24 घंटे पहरेदारी नहीं कर रहे हैं.
दूसरी ओर कांग्रेस द्वारा स्ट्रांग रूम की पहरेदारी पर बीजेपी नेता द्वारा तंज कसा जा रहा है. ईवीएम की सुरक्षा को लेकर कांग्रेस जहां चिंतित नजर आ रही है तो वहीं बीजेपी ने तंज कसते हुए कहा कि विधायक जी को ईवीएम पर भरोसा नही है. लेकिन कम से कम अपनी सरकार पर तो भरोसा करना चाहिए.
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