
Pallavi Joshi: आज पल्लवी जोशी (Pallavi Joshi) एक ऐसी अभिनेत्री और निर्माता हैं जिन्हें किसी परिचय की आवश्यकता नहीं है. बहुत कम उम्र से उन्होंने मनोरंजन जगत में अपनी जगह बनाई है और हर बार पर्दे पर नजर आने पर शानदार अभिनय से दर्शकों का दिल जीता है. तीन दशकों से भी अधिक समय तक सक्रिय रहते हुए उन्होंने विभिन्न भाषाओं में काम किया है और अपनी दमदार परफॉर्मेंस से गहरी छाप छोड़ी है.
कई यादगार किरदार निभाए
अपने करियर के दौरान पल्लवी जोशी ने कई यादगार किरदार निभाए हैं. स्वाभिमान, द ताशकंद फाइल्स या द कश्मीर फाइल्स हर प्रोजेक्ट में उनकी मुलायम मगर प्रभावशाली छवी झलकती है. यह उनके उस गरिमामय व्यक्तित्व की गवाही देता है जो हर रूप में चमकता है. मासूमियत से लेकर गहराई तक पल्लवी जोशी ने भारतीय सिनेमा को ईमानदारी और भावना के रंगों से सजाया है. पल्लवी जोशी की यात्रा बहुत कम उम्र में शुरू हुई थी. बाल कलाकार उन्होंने बदला और दादा जैसी फिल्मों में अपनी सहज स्क्रीन उपस्थिति से गहरी छाप छोड़ी थी. वह सिर्फ अभिनय नहीं करती थीं, वह हर फ्रेम को महसूस करती थीं. मराठी फिल्मों बदला (पल्लवी के रूप में) और दादा (मुन्नी के रूप में) में उन्होंने अपनी प्रतिभा से यह साबित किया कि अभिनय उनके भीतर जन्मजात है.
कला-सफर को सम्मान मिला
बड़े पर्दे पर अपनी उपस्थिति के साथ-साथ उन्होंने टेलीविजन पर भी उतनी ही चमक बिखेरी. आरोहण, मिस्टर योगी, भारत एक खोज, अल्पविराम और स्वाभिमान जैसे धारावाहिकों में उनके अभिनय ने उन्हें घर-घर में जाना-पहचाना नाम बना दिया. पल्लवी के कला-सफर को सम्मान भी मिला. उन्हें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार दो बार प्राप्त हुआ ,1994 में वह छोकरी के लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री और 2021 में द कश्मीर फाइल्स के लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का पुरस्कार मिला. दो अलग-अलग युगों में मिले ये सम्मान इस बात का प्रमाण हैं कि असली प्रतिभा समय के साथ और प्रखर होती जाती है.
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