Exclusive Lubna & Salim Arif: भोपाल इन दिनों फिल्म इंडस्ट्री की पहली पसंद बना हुआ है. जहां बॉलीवुड के बड़े से बड़े डायरेक्टर भोपाल आकर अपनी फिल्में शूट कर रहे हैं. दूसरी तरफ भोपाल में ऐसे कई इवेंट हो रहे हैं, जिनमें बॉलीवुड सेलिब्रिटीज बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं. ऐसा ही बीते दिनों गौहर महल में जश्न-ए-उर्दू इवेंट हुआ. जिसमें हिस्सा लेने के लिए देश-विदेश में अपनी पहचान बना चुके थिएटर डायरेक्टर और एक्टर सलीम आरिफ (Salim Arif) और एक्ट्रेस लूबना सलीम (Lubna Salim) प्रोग्राम में हिस्सा लेने के लिए भोपाल आए. जहां उन्होंने NDTV से बात की और अपने एक्सपीरियंस शेयर किए.
मध्य प्रदेश उर्दू अकादमी को कहा धन्यवाद
एक्ट्रेस लूबना सलीम ने बात करते हुए मध्य प्रदेश उर्दू अकादमी का धन्यवाद किया और कहा कि मैं बहुत खुश हूं कि उन्होंने हमको भोपाल बुलाया है. हमने एक टॉपिक पर डिस्कस किया, जिसमें हमने बताया कि उर्दू का कितना बड़ा कॉन्ट्रिब्यूशन है. एक सबसे बड़ी बात यह भी है कि मुझे भोपाल की ठंड बहुत पसंद है और मुझे उसका मजा लेना था.
क्या आपस में होते हैं झगड़े ?
जब सलीम आरिफ से पूछा गया कि लूबना सलीम आपकी पत्नी हैं और आप दोनों साथ में ही काम करते हैं तो कभी-कभी किसी बात को लेकर झगड़े होते हैं? इसका जवाब देते हुए सलीम आरिफ ने कहा कि झगड़े तो नहीं होते लेकिन बहस जरूर होती है. इसका सबसे बड़ा कारण है कि हम दोनों की अलग- अलग राय होती है. लेकिन हम एक राय पर जाकर मामला सुलझा लेते हैं.
सोनाली बेंद्रे, यशपाल शर्मा रहे प्ले का हिस्सा
जब सलीम से पूछा गया कि एक तरफ तो आप सोनाली बेंद्रे, यशपाल शर्मा जैसे दिग्गज एक्टर्स के साथ प्ले करते हैं. दूसरी तरफ आप बच्चों को लेकर भी प्ले बनाते हैं तो आपका कंफर्ट जोन किस में रहता है? इसका जवाब देते हुए सलीम ने कहा कि बच्चों के साथ तो हम जानबूझकर प्ले करते हैं और बड़े एक्टर्स हमारे साथ जुड़ते हैं. जिन बच्चों के साथ हम काम करते हैं वो स्लम और बड़े फिल्म स्कूल के होते हैं. हमारे लिए सब बराबर हैं और हम स्लम के बच्चों को ज्यादा महत्व देते हैं. क्योंकि हमको लगता है कि उनको ऐसे बहुत कम मौके मिलते हैं. इसलिए हमारा ध्यान उनकी तरफ होता है.
नए एक्टर्स के साथ काम करना कितना मुश्किल ?
लूबना सलीम ने आगे बात करते हुए कहा कि जब कोई नए एक्टर्स के साथ हम प्ले करते हैं तो हमें कुछ भी दिक्कत नहीं होती. क्योंकि वह एक प्रक्रिया होती है. कोई बड़ा एक्टर हो या छोटा एक्टर हो, उससे कोई फर्क नहीं पड़ता. सबसे बड़ी बात है कि जो 2 महीने की ट्रेनिंग होती है, उसमें आप कितना सीख रहे हैं. जो प्ले आप कर रहे हैं, उसके लिए आप कितना खरे उतर रहे हैं. वह सबसे ज्यादा जरूरी है, और उसमें मुझे बहुत मजा आता है.
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