फिल्म द ग्रेट इंडियन फैमिली (The great indian family) सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है. फिल्म में विक्की कौशल (Vicky Kaushal) मानुषी छिल्लर (Manushi Chhillar) और कुमुद मिश्रा (Kumud Mishra) जैसे एक्टर्स ने काम किया है. पहले दिन फिल्म का कलेक्शन कुछ खास नहीं रहा पर उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले 2 दिनों में फिल्म का कलेक्शन अच्छा हो सकता है. वहीं फिल्म में एक अहम कैरेक्टर निभाने वाले कुमुद मिश्रा ने एनडीटीवी से बात की और अपनी फिल्म से जुड़ी बातों पर खुलासा किया.
सवाल - आपकी फिल्म की तुलना जवान से की जा रही है इसके बारे में आप क्या बोलेंगे?
जवाब - इसके बारे में क्या बोल सकता हूं, जिसको जो भी तुलना करना है करे. हालांकि जवान बहुत ही शानदार फिल्म है. शाहरुख खान ( Shahrukh Khan ) और बाकी एक्टर्स ने बहुत अच्छा काम किया है. अगर मैं फिल्म द ग्रेट इंडियन फैमिली के बारे में बात करूं तो यह फिल्म बहुत शानदार है. मैं सिर्फ इतना कहना चाहूंगा कि आप लोग इस फिल्म को देखने जरूर जाएं.
यह भी पढ़ें : झील से घिरा वो आलीशान होटल, जहां हो रही है Raghav-Parineeti की शादी; जानें अंदर से दिखता है कैसा?
सवाल - आप एक सीनियर एक्टर हैं, कभी ऐसा हुआ है कि आपको नए एक्टर्स के साथ काम करने में कुछ प्रॉब्लम आई हो?
जवाब - नहीं, ऐसा बिल्कुल नहीं होता है, एक्टर पुराना हो या नया, वह अपनी क्षमता से ही काम करता है. कभी काम अच्छा हो जाता है, कभी अच्छा नहीं हो पाता. यह सब के साथ होता है. मैं सभी उम्र के एक्टर्स के साथ कंफर्ट रहता हूं.
सवाल - सीरीज द लस्ट स्टोरी 2 में आपने यूनिक कैरक्टर किया, द ग्रेट इंडियन फैमिली में एक अलग ही किरदार में नजर आए. क्या आप अपने कैरेक्टर के साथ एक्सपेरिमेंट करना पसंद करते हैं?
जवाब - द लस्ट स्टोरी में मेरा एक यूनिक कैरेक्टर था, फिर द ग्रेट इंडियन फैमिली में एक अलग ही कैरेक्टर में नजर आया. हम जो कैरेक्टर करते हैं वह स्क्रिप्ट के हिसाब से करते हैं. मैं बहुत ही लकी हूं कि मुझे दो डिफरेंट कैरेक्टर एक साथ करने का मौका मिला.
सवाल - आजकल ओटीटी पर फिल्म और वेब सीरीज में बोल्डनेस दिखाई जा रही है, क्या सेंसर बोर्ड को एक्शन लेना चाहिए?
जवाब - मैं सिर्फ इतना बोलना चाहूंगा कि ऐसी बात जो हिंसा फैलाए या तो हमारे देश के विरोध में जाए, मैं उसके खिलाफ हूं. हम सब समझदार हैं. यह आपकी चॉइस होती है कि आप क्या देखना चाहते हो. आप एडल्ट फिल्म बच्चों के साथ नहीं देख सकते. हर तरीके के सिनेमा के लिए आजादी होनी चाहिए. जो अपनी सरकार चुनने का डिसीजन ले सकते हैं उनको अपने घर में बैठकर अपने तरीके का सिनेमा, टेलीविजन देखने की आजादी होनी चाहिए. अगर सेंसर बोर्ड की बात करूं तो उनकी अपनी गाइडलाइन हैं, उसी गाइडलाइन पर वह काम करते हैं.
यह भी पढ़ें : Bollywood : कभी अनुष्का का PR संभालती थीं परिणीति, अब AAP सांसद राघव के साथ लेंगी सात फेरे
सवाल - आप रीवा के रहने वाले हैं, आप रीवा से जोड़ी कुछ यादें बताएं?
जवाब - मैंने रीवा से ज्यादा अपना बचपन गांव में बिताया है. मेरा गांव रीवा से 80 किलोमीटर दूर है. गांव में हमारे एक पंडित जी थे, स्कूल में मेरी पढ़ाई कम, कुटाई ज्यादा हुई है ( हंसकर बोले ). मेरे चाचा जी ने मुझे तैरना सिखाया. मैंने गांव में कभी जूते चप्पल नहीं पहने, मुझे नंगे पांव चलने में बहुत मजा आता था. मैं जब भी गांव जाता हूं तो नंगे पांव चलता हूं.