
धार जिले के सरदारपुर में तेज बारिश हो रही है. इसके चलते इलाके में नदी-नाले भर गए हैं. आलम ऐसा है कि इलाके के तालाब भी लबालब भरे हुए हैं. तेज बारिश के चलते डैम के बीच से करीब 5 से 6 जगहों से पानी का रिसाव हो रहा है. बताया जा रहा है कि इस रिसाव से लगभग 15 हजार ग्रामीणों में डर का माहौल पैदा हो गया है.
डैम से लगातार रिस रहा पानी

लगातार पानी के रिसाव से चुनार डैम के नीचे रहने वाले करीब 12 गांव खतरे में हैं. करीब 15 हजार के लोगों की जान पर खतरा मंडरा रहा है. कभी भी कोई अनहोनी घटना हो सकती है. इसके चलते चुनार डैम का निर्माण अब सवालों के घेरे में है. मिली जानकारी के मुताबिक, बीते 08 सितंबर 2023 को कच्ची मुरम धंसने से स्लूज गेट के पास गहरा गड्ढा हो गया था, जिसके बाद से ही डैम के बीच से 5 से 6 जगहों से पानी का रिसाव हो रहा है.
गड्ढे की मरम्मत की गई
जानकारी मिलने के बाद तमाम अधिकारी मौके पर पहुंचे और गड्ढे को भरने के साथ ही उसकी मरम्मत का काम किया गया. जैसे ही आस-पास के लोगों को इस बारे में खबर मिली, बड़ी तादाद में लोग डैम पर पहुंच गए. कुछ वक्त के लिए आस-पास के लोग दहशत में आ गए थे. गड्ढे की मरम्मत के बाद सभी लोग अपने घर को लौट गए. बताया जाता है कि करीब 5 साल पहले सरदारपुर विकासखंड की ग्राम पंचायत वड़लीपाड़ा में चुनार बांध बनवाया गया था.

डैम के निर्माण में भ्रष्टाचार के आरोप
खबर के मुताबिक, डैम के निर्माण में भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी का आरोप लगाया गया है. साथ ही कारम डैम की तरह चुनार डैम की भी जांच की मांग की जा रही है. गांव वालों का कहना है कि इस तरह से कोई भी बड़ा हादसा हो सकता है. उनका आरोप है कि अगर भ्रष्टाचार नहीं हुआ होता तो महज 5 साल में ही डैम की पाल इस तरह से क्षतिग्रस्त नहीं होती.
SDM को सौंपा गया ज्ञापन

इस मामले में ज्ञापन के माध्यम से बताया गया है कि चुनार डैम तालाब में अनुमान के मुताबिक कार्य नहीं हुआ है. न ही इसमें काली मिट्टी का भराव किया गया है. साथ ही पानी का छिड़काव एवं दबाई कार्य भी नहीं हुआ है. साथ ही फिल्टर भी सही तरीके से नहीं बनाया गया है. बताया जा रहा है कि डैम का स्लोप भी कम खड़ा किया गया है. इसके निर्माण में भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी की बात को लेकर विधायक प्रताप ग्रेवाल के नेतृत्व में SDM कार्यालय को ज्ञापन सौंपा गया गया है.
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