
9 अगस्त विश्व आदिवासी दिवस जिले भर में जोरों शोरों से मनाया गया. लेकिन मनावर विधानसभा में गैस के कार्यकर्ता द्वारा काली पट्टी हाथ में बांधकर मणिपुर में आदिवासियों पर अत्याचार हो रहे हैं उसके विरोध में मार्च निकाला. आदिवासी मुख्यमंत्री की बात को लेकर जयस के नेता ने चुप्पी साध ली.ओर जब एनडीटीवी ने सवाल किया आदिवासी मुख्यमंत्री को लेकर और गनवानी विधायक व पूर्व मंत्री उमंग सिंगार के आदिवासी मुख्यमंत्री के बयान पर तो डॉक्टर हीरालाल अलावा ने पूर्व मंत्री उमंग सिंगार का निजी मामला बताते हुए टाल दिया.
मनावर से विधायक डॉ हीरालाल अलावा और देश के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने बताया कि मणिपुर हिंसा को 3 महीने हो चुके हैं फिर भी हम आदिवासी सुध नहीं ले रहे हैं. इसी विरोध में आज हमने आदिवासी दिवस के मौके पर काली पट्टी हाथ में बांधकर विरोध जताया है.
क्या आदिवासी मुख्यमंत्री चाहता है जायस
जयस के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ हीरालाल अलावा से एनडीटीवी ने पूर्व मंत्री उमंग सिंगार का हवाला देते हुए पूछा कि वह आदिवासी मुख्यमंत्री चाहते हैं तो जयस क्या आदिवासी मुख्यमंत्री की मांग चाहता है इस पर डॉक्टर हीरालाल अलावा ने पर्सनल विचार है उनके यह कहते हुए बचते नजर आए.
जयस के नेता लाल सिंह बर्मन मनावर विधानसभा में अपनी पकड़ को आदिवासियों में मजबूत बनाने में लगे एनडीटीवी ने उनसे चर्चा की बताया वह आदिवासी मुख्यमंत्री चाहते हैं मध्य प्रदेश के अंदर और यदि कभी मुझे चांस मिला विधानसभा चुनाव लड़ने का मेरे जयस के जो भी कार्यकर्ता निर्णय लेंगे हम उनके साथ खड़े होंगे.