Two Child Died from Blast : दंतेवाड़ा और बीजापुर जिले के सरहदी इलाके में एक महीने पहले पुलिस और नक्सिलयों के बीच हुए मुठभेड़ में खेत में छूटे एक UBGL {अंडर बैरल ग्रेनेड लांचर} सेल में विस्फोट से बीते रविवार को दो मासूमों की दर्दनाक मौत हो गई. मासूमों की मौत पर नक्सलियों की इंद्रावती एरिया कमेटी ने एक प्रेसनोट जारी किया है.
इलाके में नक्सलियों के खिलाफ केंद्र-राज्य सरकार ने चला रखा है सफाई अभियान
गौरतलब है छत्तीसगढ़ के बस्तर में नक्सलियों के खिलाफ केंद्र-राज्य सरकार ने लगातार सफाया अभियान चला रखा है. बस्तर के अंदरूनी इलाकों में लगातार जवानों की टुकड़ियां जंगलों में मावोवाद के आधारभूत इलाकों में नक्सलियों की घेराबंदी कर मुठभेड़ कर रहे हैं.
1 महीने पहले इलाके में नक्सलियों और पुलिस के बीच हुई थी क्रॉस फायरिंग
रिपोर्ट के मुताबिक जहां हादसा हुआ, वहां एक महीने पहले हुए मुठभेड़ में नक्सलियों और पुलिस की क्रॉस फायरिंग हुई थी. इस मुठभेड़ में ग्रामीण भी फंस रहे हैं. हादसा बीते 12 मई को हुआ, जब जिले के भैरमगढ़ इलाके में इन्द्रावती नदी के पार बसे माड़ क्षेत्र में बोड़गा गांव के 2 बच्चों की मौत बम को खिलौना बनाकर खेलने लगे.
सेल विस्फोट में मारे गए दोनों मासूम को बम को खिलौना बनाकर खेल रहे थे
गत 12 मई को बोड़गा गांव दोनों मासूमों को UBGL {अंडर बैरल ग्रेनेड लांचर} सेल खेत में पड़ा मिला और दोनों मासूम उसको खिलौना बनाकर खेलने लगे और कुछ ही देर बाद सेल में जोरदार धमाका हुआ और दोनों की मौके पर ही मौत हो गई. दोनों मासूमों की मौत को लेकर अब नक्सलियों की इन्द्रावती एरिया कमेटी ने एक प्रेसनोट जारी किया है.
आरोप है कि जवानों द्वारा दागी गई UBGL सेल फटने से हुई दोनों बच्चों की मौत
नक्सलियों की इंद्रावती एरिया कमेटी की ओर से जारी एक प्रेसनोट में कहा गया है बीते 12 मार्च को बोड़गा इलाके में डीआरजी, बस्तर फाइटर्स,एसटीएफ, पुलिस जवानों ने अंधाधुंध इलाके में फायरिंग के साथ मोर्टार सेल के गोले भी दागे थे. इस फायरिंग में मोर्टार सेल के कुछ गोले आसपास खेतो में भी गिरे थे. इन्ही गोले को मासूम खिलौना समझकर खेल रहे थे.
विस्फोट में 13 वर्षीय लक्ष्मण ओयाम और 11 वर्षीय बोटी ओयाम की गई जान
विस्फोटक को खिलौना समझकर खेल रहे में हुए अचानक विस्फोट में मरने वाले दोनों मासूमों की शिनाख्त 13 वर्षीय लक्ष्मण ओय़ाम और 11 वर्षीय बोटी ओयाम के रूप में हुई है. जारी प्रेस नोट में पुलिस की फायरिंग में तीन और ग्रामीणों की मौत का आरोप लगाए हैं.
बस्तर के अंदरूनी इलाकों में पुलिस-नक्सलियों के बीच दो पाटों में पीस रहे हैं ग्रामीण
दरअसल बस्तर के अंदरूनी इलाकों में ग्रामीण पुलिस नक्सलियों के बीच दो पाटों में पीस रहे हैं. युद्धग्रस्त इलाके में अक्सर जंगलों में पुलिसिया गश्त पर ग्रामीणों को प्रताड़ना झेलनी पड़ती है. तो वहीं नक्सल क्षेत्र में शहरी इलाकों से सटे अंदरूनी गांव छोटे से छोटे सरपंच, जनप्रतिनिधियों को नक्सली पुलिस मुखबिरी के शक पर मौत के घाट उतारते रहते हैं.
ये भी पढ़ें-छत्तीसगढ़: बारूदी सुरंग में हुए विस्फोट से 2 बच्चों की मौत, पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं