Chhattisgarh: प्री मानसून ने सरगुजा (Surguja) में दस्तक दे दी है. शुक्रवार की देर शाम व रात जिले में आए तेज आंधी-तूफान और बारिश ने जमकर तबाही मचाई है. अम्बिकापुर (Ambikapur) के घड़ी चौक में तेज हवा चलने से एक पेड़ के जमींदोज होने कुछ लोग गंभीर दुर्घटना का शिकार होते-होते बच गए तो दूसरी ओर उदयपुर क्षेत्र के ग्राम रामनगर में एक पेड़ घर के ऊपर गिरने से एक ही परिवार के 6 बच्चे सहित 8 लोग दब गए.
स्कूल के शेड हवा में उड़ते हुए दिए दिखाई
घायल बच्चों को इलाज के लिए तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र उदयपुर में दाखिल कराया गया है. जहां सभी की स्थिति सामान्य बताई जा रही है. तेज हवाओं के कारण कहीं साइन बोर्ड टूट गए तो कहीं पेड़ उखड़ कर बिजली के खंभों और घरों में गिर गए. कई जगहों पर बिजली के तार टूट के गिर पड़े. जिसके कारण कई गांव में अंधेरा पसरा रहा. उदयपुर के
गांव मोहनपुर में मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना के तहत नवनिर्मित शेड इस आंधी -तूफान में ताश के पत्तों की तरह उड़ते हुए नजर आए.
जिला प्रशासन के अधिकारियों को अलर्ट रहने का आदेश...
प्री मानसून के कारण आज आए तेज आंधी हवाओं के कारण शहर एवं ग्रामीण क्षेत्रों में काफी नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है. इसके लिए जिला प्रशासन में प्रशासनिक अधिकारियों को अलर्ट मोड में रहने का आदेश दिया है. वहीं उदयपुर की घटना की जानकारी मिलती ही क्षेत्र के एसडीएम ने घायल बच्चों के संबंध में जानकारी लेते हुए उनके उपचार के लिए उदयपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा एवं नसों को निर्देशित किया है.
मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना की खुली पोल.....
तेज आंधी तूफान में आज जिस तरह से तबाही मचाई है आने वाले दिनों में इसके और भी गंभीर परिणाम देखने को मिल सकते हैं. खासकर मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना के तहत करोड़ों रुपए की लागत से सैकड़ो स्कूलों में निर्माण कराए गए शेड में गंभीर लापरवाही देखी गई है. अब तक लगभग एक दर्जन स्कूलों के शेड मामूली हवा के झोंकों से लेकर तेज तूफान में उड़ते हुए नजर आए हैं. इस पर शासन प्रशासन को गंभीरता से ध्यान देते हुए समीक्षा की अत्यंत आवश्यकता है.18 जून से सभी विद्यालय एक बार फिर खुल जाएंगे.
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