
Terror of elephants In Jashpur : छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के कांसाबेल वन परिक्षेत्र में जंगली हाथियों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है. देर रात ग्राम पंचायत साजापानी बिट क्षेत्र में 51 हाथियों का दल देखा गया. हाथियों का दल कांसाबेल वन परिक्षेत्र में विचरण कर रहा है, जो कि ग्रामीणों के लिए चिंता का विषय बना हुआ है. हाथियों के दल ने बीती रात किसानों की रबी फसल, धान और अन्य फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया. कई एकड़ फसलें बर्बाद हो चुकी हैं, जिससे किसानों में रोष और चिंता का माहौल है.
जंगल की ओर न जाने की चेतावनी दी
जंगली हाथियों के इस उत्पात से जंगल से सटे कई गांवों में दहशत फैल गई है. वन विभाग ने इन गांवों में मुनादी कराकर लोगों को जंगल की ओर न जाने की चेतावनी दी है. वन विभाग और हाथी मित्र दल की टीम मौके पर पहुंचकर हाथियों को खदेड़ने की कोशिश में जुटी हैं, लेकिन इतनी संख्या में हाथी की मौजूदगी से चुनौती अब भी बरकरार है.
रात को हाथियों का दल आया और सब कुछ रौंद डाला
किसानों का कहना है कि हमारी पूरी फसल बर्बाद हो गई. रात को हाथी आए और सब कुछ रौंद डाला. हालांकि, वन विभाग अपनी ओर से हर संभव कोशिश कर रहा है, लेकिन ग्रामीणों में डर और अनिश्चितता का माहौल बना हुआ है. किसानों का कहना है कि फसलों की बर्बादी से उनकी आजीविका पर गहरा संकट आ गया.
हाथियों को जंगल की ओर खदेड़ने का प्रयास जारी
वहीं, वन विभाग के एसडीओ ईश्वर कुजुर का कहना है कि वे अपनी टीम के साथ हाथियों की स्थिति पर नज़र रखे हुए हैं. उनकी टीमें लगातार हाथियों को जंगल की ओर खदेड़ने का प्रयास कर रही हैं. उन्होंने कहा कि वे अधिक संख्या में हाथी की मौजदूगी से आंकलन में दिक्कतें हो रही है. उन्होंने ग्रामीणों से अपील कर रहे हैं कि वे सावधानी बरतें और जंगल की ओर न जाएं. साथ ही जिन किसानों की फसलों को हाथियों ने क्षति पहुंचाया है. उसका आकलन कर मुआवजा प्रकरण तैयार किया जा रहा है.
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