Bear Fear in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के कांकेर (Kanker) जिले में भालू का आतंक (Bear Fear) बढ़ता जा रहा है. शहर में इन दिनों भालुओं का आतंक बदस्तूर जारी है. शहर के हर गली-मोहल्लों में भालू दिखाई दे रहे हैं. अब भालू घरों की दीवारों को फांदकर घर के अंदर घुसने लगे हैं. भालू के घर में घुसने से लोग दहशत में हैं. आतंक इतना है कि लोग शिकायत करते रहते हैं पर विभाग इन भालुओं को रोकने के लिए कोई प्रयास करते नजर नहीं आती हैं. शहर के उदयनगर वार्ड से भालू का एक वीडियो सामने आया, जिसमें भालू वार्ड की गलियों में घूमता नजर आ रहा है. 19 सेकेंड के इस वीडियो (Viral Video) में भालू गलियों में घूमते हुए एक घर की दीवार पर चढ़ कर घर के अंदर जाता दिखाई पड़ रहा हैं.
क्यों कर रहें रिहायसी इलाकों का रुख
कांकेर शहर पहाड़ी जंगलो से घिरा हुआ है. शहर के आसपस लगे पहाड़ों में काफी संख्या में भालू हैं. विभाग इन जंगलों में जंगली जानवरों के लिए भोजन पानी की व्यवस्था करने की बात कहती रही है. लेकिन, जंगलों में इन जानवरों को भोजन पानी नहीं मिल पा रहा हैं. यही वजह है कि ये जानवर भोजन पानी की तलाश में रिहायसी इलाकों में पहुंचकर घरों के दरवाजे तोड़ रहे हैं और लोगों को नुकसान पहुंचा रहे हैं. जिन्हें रोकने के लिए कोई विभागीय कवायत नहीं आ रही है.
कांकेर में भालू का आतंक जारी. रात के अंधेरे में घरों की बाउंड्रीवॉल पार कर घर के अंदर घुसा भालू. उदयनगर में ही कुछ दिन पूर्व बुजुर्ग महिला पर भालू ने हमला कर किया था.#Chhattisgarh #kanker #viralvideo #wildlife pic.twitter.com/S6vBJGFdmU
— NDTV MP Chhattisgarh (@NDTVMPCG) May 8, 2024
भालू के हमले से लोग हो रहे घायल
भालू रिहायसी इलाकों में पहुंच कर लोगों पर हमला कर रहा है. भालू के हमले में बहुत से लोग घायल तो काफी लोग अपनी जान गवा चुके हैं. पिछले वर्ष चारामा इलाके से एक हृदय विदारक घटना सामने आई थी, जहां भालू ने एक बच्चे पर हमला कर उसकी आंखें निकालकर गंभीर रूप से घायल कर दिया था. जिसमें बच्चे की मौत हो गई है. इसी तरह और बहुत-सी घटनाएं हैं, जिसमें लोगों ने अपनी जान गवा दी हैं.
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शहर से लगे हुए है भालू रहवास क्षेत्र
पहाड़ी जंगलों से घिरे कांकेर शहर के आसपास की पहाड़ियों को विभाग ने भालू रहवास क्षेत्र बनाया है. जहां भालुओं के लिए भोजन एवं पानी की व्यवस्था कर पहाड़ को चारों ओर से घेरने का कार्य किया है. लेकिन, इन्हें पर्याप्त भोजन और पानी नहीं मिल पा रहा है. पानी के लिए बनाए गए तालाब भी गर्मियों में सूखने लगे हैं. पहाड़ को घेरने लगाए गए तार की फेसिंग को पार कर भालू रिहायसी इलाके में पहुंच रहे हैं.
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