Arogyadham Hospital Naxalite Area : छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित गांव पूवर्ती में सुकमा जिला प्रशासन के सहयोग से CRPF ने फिल्ड अस्पताल ‘आरोग्यधाम' का शुभारंभ किया है. फील्ड अस्पताल में 16 प्रकार के बीमारियों की सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल (Super Specialty Hospital) की तरह उत्तम दर्जे का निशुल्क जांच उपचार एवं दवाइयों की सुविधा 24×07 घंटे उपलब्ध है. हॉस्पिटल में आधुनिक मेडिकल उपकरणों से लैस एम्बुलेंस की भी सुविधा उपलब्ध है, ताकि गंभीर स्थिति में भी लाइफ सपोर्ट सिस्टम के साथ सुरक्षित हायर सेंटर रेफर किया जा सके.
कैंप खुलने के बाद मिली राहत
बता दें कि ग्राम पूवर्ती माओवादियों के हार्डकोर नक्सली हिड़मा (Naxali Hidma) का पैतृक गांव हैं. पूवर्ती और इसके आस-पास क्षेत्र लम्बे समय से नक्सलियों का गढ़ रहा है. नक्सली भय के कारण सरकार की किसी भी योजनाओं का लाभ यहां के ग्रामीण नहीं ले पा रहे थे. आए दिन नक्सलियों के द्वारा क्षेत्र में ग्रामीणों पर प्रतिबंध लगाए जाने से ग्रामीण ईलाज के लिए सामुदायिक केन्द्र भी नहीं जा पाते थे. हाल ही में सुरक्षाबलों ने पूवर्ती में नया कैंप स्थापित किया है. जिसके बाद से शासन की योजनाएं गांव में ही मिलने लगी है.
फील्ड हॉस्पिटल में मिलेंगी ये सुविधाएं
एचबी, एफबीएस/पीपीबीएस/आरबीएस, लिपिड प्रोफाईल, लिवर फंक्शन टेस्ट, किडनी फंक्शन टेस्ट, यूरिन रूटीन टेस्ट, मलेरिया कार्ड टेस्ट, डेंगू किट टेस्ट, टाईफाईड किट टेस्ट,संपूर्ण रक्त का थक्का जमने का परीक्षण (सांप के काटने पर), ईसीजी, ऑक्सीजन कंसट्रेटर, 02 सिलेंडर और मास्क, डिफाइब्रिलेटर, बीएलएस/एसीएलएस एम्बुलेंस, एम्बू बैग की सुविधाएं मिलेंगी. सुकमा के SP किरण चव्हाण ने बताया कि ग्रामीणों को हर स्तर पर सहयोग के करने का प्रयास किया जा रहा है. नक्सलवाद के चलते सालों से देश दुनिया से कट चुके इलाकों में शासन की योजनाओं को पहुंचाने का काम किया जा रहा है. पूवर्ती में CRPF की मदद से फील्ड अस्पताल शुरू किया गया है. जिसमें 16 प्रकार की बीमारियों का इलाज किया जा रहा है.
जानें कौन है खूंखार नक्सली हिड़मा?
हिड़मा का जन्म दक्षिण सुकमा (South Sukma)के पुवर्ती गांव में हुआ था.माओवादियों की पीपल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (PGLA) बटालियन-1 का हेड है. हिड़मा माओवादी स्पेशल जोनल कमेटी (DKSZ) का सदस्य भी है. इसके साथ ही सीपीआई (माओवादी) की 21 सदस्यीय सेंट्रल कमेटी का सदस्य भी है. झीरम घाटी हमले से लेकर 27 से ज्यादा हमलों का मास्टरमाइंड रहा है. हिड़मा ज्यादातर दक्षिण सुकमा क्षेत्र में रहता है और वो हमेशा चार स्तरीय सुरक्षा घेरा में चलता है. हिड़मा के अधीन 150 से अधिक कमांडर हैं. हिड़मा पर 40 लाख रुपये का इनाम भी घोषित है. रमन्ना का साल 2019 में कार्डियक अरेस्ट से निधन हो गया था. जिसके बाद हिड़मा को नक्सलियों का कमांडर बना दिया गया.
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