Latest news: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के मनेंद्रगढ़ (Manendragarh) जिले के पैनारी गांव में पुल निर्माण के लिए गिट्टी आपूर्ति के उद्देश्य से बिना सरकारी अनुमति और ग्राम पंचायत की मंजूरी के स्टोन क्रशर (Illegal Stone Crasher) स्थापित करने का मामला सामने आया है. गांव में रहने वाले लोगों ने इसे पर्यावरणीय नुकसान और प्रशासनिक लापरवाही बताया है. पैनारी क्षेत्र 'छोटे बड़े झाड़ के जंगल' के रूप में जाना जाता है, जो पर्यावरणीय दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है. बिना आवश्यक स्वीकृति और पर्यावरणीय मंजूरी के इस प्रकार की गतिविधियां न केवल पर्यावरण को हानि पहुंचा रही हैं, बल्कि प्रशासनिक प्रक्रियाओं की सीधी अनदेखी कर रही हैं.
कांग्रेस ने बोला हमला
स्थानीय प्रशासन ने अवैध स्टोन क्रशर की जानकारी से अनभिज्ञता जताई है. कांग्रेस जिला अध्यक्ष अशोक श्रीवास्तव ने इसे भाजपा सरकार की 'सेटिंग व्यवस्था' का परिणाम बताते हुए कहा कि भाजपा शासन में हर कार्य नियमों को दरकिनार कर किया जा रहा है. बिना प्रक्रियाओं का पालन किए ठेकेदार द्वारा क्रैशर स्थापित करना प्रशासन की विफलता का स्पष्ट प्रमाण है.
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जांच का दिया आश्वासन
मामले की गंभीरता को देखते हुए एसडीएम खड़गवां बृजेंद्र सिंह सारथी और तहसीलदार शशि शेखर मिश्रा ने जांच शुरू करने का आश्वासन दिया है. अधिकारियों ने कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. दूसरी तरफ, स्थानीय लोगों का कहना है कि अवैध स्टोन क्रशर पर्यावरण को गंभीर नुकसान पहुंचा रहा है. उन्होंने प्रशासन पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या यह मामला निष्पक्ष कार्रवाई तक पहुंचेगा या किसी 'सेटिंग' का शिकार बन जाएगा.
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