Naxal Attack in Bijapur: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलियों ने साल का सबसे बड़ा नक्सली हमला किया है. नक्सलियों ने बीजापुर के कुटरु थाने के अंबेली गांव में सड़क पर IED लगाकर ब्लास्ट किया. जिसमें दंतेवाड़ा DRG के 8 जवान शहीद हो गए. एक ड्राइवर की भी मौत हुई है. बस्तर रेंज के IG पी सुंदरराजन पी के मुताबिक ये हमला तब हुआ जब संयुक्त ऑपरेशन पार्टी अबूझमाड़ के जंगलों में ऑपरेशन को अंजाम देकर वापस लौट रही थी. ये हमला सोमवार को करीब दोपहर दो बजे के करीब हुआ. हमला इतना जोरदार था कि धमाके बाद पिकअप वाहन के पार्ट्स 30 फीट दूर पेड़ पर मिले.
सवाल ये है कि केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने पूरे देश से मार्च 2026 तक पूरे देश से नक्सलवाद का सफाया करने का टारगेट सेट किया है. लेकिन ऐसे हमलों से इस टारगेट के पूरा होने पर कहीं न कहीं संदेह पैदा होता है. आपको बताते हैं कि साल 2009 से अब तक अकेले बस्तर इलाके में करीब 300 सुरक्षाबल के जवान और आम नागरिकों की मौत हुई है.
बता दें कि तीन पहले ही गरियाबंद के सोरनामाल जंगल में सुरक्षाबलों ने 3 नक्सलियों को मार गिराया था. इस ऑपरेशन को डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड यानी DRG और स्पेशल टास्क फोर्स यानी STF की टीम ने अंजाम दिया. इस पूरे ऑपरेशन में छत्तीसगढ़ और ओडिशा के करीब 300 जवान शामिल थे. इस मुठभेड़ के बाद जंगल के इलाके से 3 नक्सलियों के शव बरामद हुए हैं. खुद गरियाबंद के एसपी निखिल राखेचा ने इसकी पुष्टि की है. इसके तुरंत बाद दंतेवाड़ा और नारायणपुर जिले की सीमा पर स्थित अबूझमाड़ क्षेत्र में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में 5 नक्सलियों की मौत हो गई थी. इसमें दो महिला नक्सली भी शामिल हैं. नक्सल विरोधी सर्च अभियान में दंतेवाड़ा, नारायणपुर, बस्तर और कोंडागांव जिलों की डीआरजी और एसटीएफ की संयुक्त पार्टी ने दक्षिण अबूझमाड़ क्षेत्र में तलाशी अभियान शुरू किया था। मुठभेड़ के दौरान भारी संख्या में हथियार भी बरामद हुए हैं, जिनमें AK-47, SLR जैसे ऑटोमैटिक हथियार शामिल हैं.