Madhya Pradesh News: एक कहावत है 'हिम्मत ऐ मर्दा मदद ऐ खुदा' जो मध्य प्रदेश के शिवपुरी के एक बुजुर्ग चरवाहे पर बिल्कुल सटीक बैठती है. इस बहादुर चरवाहे की चर्चा न केवल आसपास बल्कि पूरे ग्वालियर चंबल संभाग में हो रही है आखिर क्यों हम बताते हैं.
ये है मामला
दरअसल शिवपुरी के सुभाष पुरा क्षेत्र के करसेना गांव में रहने वाला कप्तान सिंह चरवाहा सतनबाड़ा क्षेत्र के जंगलों में अपने मवेशियों को चराने के लिए ले गया था. इसी बीच इस जंगल में तीन जंगली भालुओं ने घेर लिया और हमला बोल दिया. इसकी मदद के लिए वहां आसपास कोई नहीं था. इस चरवाहे के हाथ में सहारा थी तो सिर्फ केवल एक लाठी.
इस चरवाहे को गंभीर हालत में पहले शिवपुरी अस्पताल लाया गया. जहां से उसे ग्वालियर रेफर कर दिया. अब उसका उपचार ग्वालियर में चल रहा है. अब जो कोई भी इस बहादुर चरवाहे की कहानी सुन रहा है और उसे अस्पताल में बोलता हुआ देख रहा है वह इसकी बहादुर की चर्चा करने से खुद को रोक नहीं पा रहा है.
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बेहोशी हालत में लोगों ने पहुंचाया अस्पताल
शिवपुरी के सदन बड़ा क्षेत्र का घना जंगल है. दूर-दूर तक कोई नहीं है. इस बीच भैंस चराते वक्त अचानक तीन जंगली भालुओं ने इस पर हमला बोल दिया. भालुओं को भगाने की लाठी के सहारे यह कोशिश करता रहा.
अपनी लाठी के सहारे इसने बार-बार भालुओं पर घायल होने के बावजूद हमले किए और उन्हें भागने में कामयाब रहा. इतना ही नहीं बुरी तरह जख्मी इस चरवाहे ने जंगल से निकलकर अपने डेरे तक का सफर भी तय किया. वहां पहुंचकर बेहोश हो गया परिजन और ग्राम वालों ने इसे तत्काल अस्पताल लाकर भर्ती कराया.
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