Scam in MGNREGA Works in Baikunthpur: छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले (Korea) में ग्राम पंचायतों में हो रहे विकास कार्यों में गड़बड़ी सामने आई है. ग्राम पंचायतों में हो रहे विकास कार्यों (Development Works) के सही निरीक्षण और मूल्यांकन नहीं होने से भारी गड़बड़ी व अनियमितता की शिकायतें सामने आ रही हैं. ग्रामीणों के अनुसार कई जगहों पर फर्जी तरीके से मस्टररोल बनाए जा रहे हैं, तो अधिकांश जगह मनरेगा मजदूर से अन्य निर्माण कार्य भी कराए जा रहे हैं. मनरेगा (MGNREGA) में कराए जा रहे कार्यों का मूल्यांकन भी सही तरीके से नहीं किया जा रहा है, वहीं स्टॉप डैम का निर्माण मनरेगा अंतर्गत ठेकेदारी प्रथा से कराया जा रहा है. इसके अलावा बैकुंठपुर तहसील (Baikunthpur) अंतर्गत ग्राम पंचायत भंडारपारा में फॉल्स अटेंडेंस दर्ज करने का मामला भी सामने आया है. वहीं मनरेगा लोकपाल मलखान सिंह ने कहा कि मनरेगा के तहत चल रहे निर्माण कार्यों में गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी. मामले में शिकायत सामने आई है, कार्रवाई की जाएगी.
NDTV की टीम ने जब इन शिकायतों की जांच पड़ताल करने के लिए पंचायतों का दौरा किया. जहां पता चला कि मनरेगा के तहत चल रहे डबरी, तालाब निर्माण में जमकर गड़बड़ियां हो रही हैं. खर्च अधिक बताकर कम गहरीकरण करवाया जाता है. सलका, सलबा से मनसुख के बीच ही कई तालाबों की गहराई 2 से 3 फीट भी नहीं हो पाई है. कुछ तालाब तो ऐसे हैं, जिनके नाम से तीन बार रुपए निकाले गए, लेकिन तालाब आज भी जस का तस है.
फर्जी अटेंडेंस हो रही दर्ज
सलका के भंडारपारा में मनरेगा में पांच निर्माण कार्य चल रहे हैं, सभी में फर्जी मस्टर रोल की शिकायत है. मामले में निर्माण कार्यों का जायजा लिया गया तो किसी भी साइट पर मस्टर रोल नहीं मिला. छोटे से घाट निर्माण पर 2 से 8 लाख रुपए तक खर्च हो रहे हैं. ऐसे में ग्रामीणों ने मांग की कि जिला प्रशासन को मनरेगा के फर्जीवाड़े को रोकने जांच दल बनाएं. इस फर्जीवाड़े के दोषी रोजगार सहायक, सरपंच से लेकर जिम्मेदार अधिकारियों को बर्खास्त कर दुरुपयोग की गई राशि की वसूली करना चाहिए, तब कहीं जाकर काम में गुणवत्ता नजर आएगी.
ग्राम पंचायत भंडारपारा के चोरया घटान में स्टॉप डेम के पास मिट्टी सफाई और सीढ़ी निर्माण का कार्य मनरेगा से कराया जा रहा है. ग्रामीण मजदूर कार्य करने के लिए मौके पर नहीं जा रहे हैं. मस्टर रोल में फर्जी हाजिरी भरकर गड़बड़ी की जा रही है. स्टॉप डेम के पास सफाई के लिए जल संसाधन विभाग से कार्य की मंजूरी मिली हुई है. इसमें ठेकेदार मनरेगा की जगह निजी मजदूरों से निर्माण कार्य करवा रहा है, जबकि रोज मनरेगा में 20 से अधिक श्रमिकों की एंट्री की जा रही है.
भंडारपारा में हो रहे घपलेबाजी
ग्राम पंचायत भंडारपारा के घूझरिया में ढालदार पथरीली जमीन पर मनरेगा से डबरी तालाब का निर्माण चल रहा है. सख्त जमीन व पत्थर होने के कारण खुदाई के लिए जेसीबी मशीन का इस्तेमाल हो रहा है. हालांकि शिकायत सामने आते ही सरपंच ने मशीन से चल रहे कार्य को रुकवा दिया. यहां मस्टररोल में फर्जी हाजिरी भरकर गड़बड़ी करने की शिकायत मिली है. ग्रामीणों का कहना है कि तालाब निर्माण के लिए यह स्थल सही नहीं है. ढाल में जलभराव होने से नीचे के खेतों को नुकसान हो सकता है. बारिश में तालाब बहने का खतरा रहेगा.
भंडारपारा के डूमरबहरा में हितग्राही लोलस के नाम पर स्वीकृत डबरी में भी जमकर गड़बड़ी हुई है. मस्टररोल में फर्जी हाजिरी भरे जाने के साथ ही पेचिंग में बोल्डर का इस्तेमाल नहीं किया है. खुदाई से निकले पत्थर से पेचिंग की गई है. ग्रामीणों ने बताया कि मस्टर रोल घर में रहता है, जबकि नियमानुसार साइट पर मस्टर रोल होना चाहिए.
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