Chinese Manjha Menace: प्रतिबंधित चाइनीज मांझे ने छत्तीसगढ़ में एक मासूम की जान ले ली. राज्य की राजधानी रायपुर में बीते रविवार को 7 साल का एक बच्चा अपने पिता के साथ बाइक पर जा रहा था. इसी दौरान एक चाइनीज मांझा बच्चे के गर्दन में फंस गया. बच्चे ने इसकी जानकारी अपने पिता को दी. जब पिता ने पीछे मुड़कर देखा तो बच्चे के गर्दन से खून निकल रहा था. मासूम को अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया लेकिन उसकी जान नहीं बच सकी.
रायपुर के टिकरापारा थाना क्षेत्र के राधा कृष्ण मंदिर के पास घटना हुई है. पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक 7 वर्षीय पुष्कर साहू अपने पिता धनेश साहू के साथ बाइक पर बैठकर गार्डन जा रहा था. लक्ष्मी नगर निवासी पिता पुत्र जब राधा कृष्ण मंदिर के पास पहुंचे तब अचानक पुष्कर ने उन्हें आवाज दी कि उसके गले में तेज चोट लगी है.
गर्दन में फंसा था चाइनीज मांझा
पिता धनेश ने जब पीछे मुड़कर देखा तो बेटे की गर्दन में चाइनीज मांझा फंसा हुआ था और गर्दन से खून निकल रहा था. इसके बाद आनन-फानन में वे बच्चे को पास के निजी अस्पताल लेकर गए, लेकिन बच्चे की स्थिति को देखते हुए निजी अस्पताल ने इलाज से इनकार कर दिया. इसके बाद गणेश साहू अपने बेटे को लेकर मेकाहारा अस्पताल पहुंचे. यहां चिकित्सकों ने पुष्कर को मृत घोषित कर दिया.
...तो जान बच जाती?
धनेश साहू पेसे से मोटर मैकेनिक हैं. रविवार को छुट्टी के दिन हुए अपने बेटे को घूमाने के लिए गार्डन लेकर जा रहे थे. पुष्कर धनेश का इकलौता बेटा था. पिता धनेश साहू ने मीडिया को बताया कि अगर निजी अस्पताल में समय रहते इलाज मिल जाता तो शायद बच्चे की जान बच जाती. रविवार की घटना के बाद सोमवार को पोस्टमार्टम कर बच्चे का शव परिवार वालों को सौंप दिया गया. बता दें कि छत्तीसगढ़ में चीनी मांझा प्रतिबंधित है. बावजूद इसके पतंगबाज उसका उपयोग कर रहे हैं. पिछले 1 महीने में चाइनीज मांझे से घायल होने के चार मामले सामने आ चुके हैं. बीते रविवार को ही एक अन्य घटना में चाइनीस माझे की शिकार एक महिला वकील की उंगली और गर्दन में चोट आई.