
छत्तीसगढ़ में अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिक यानी घुसपैठियों को पकड़ने के लिए स्पेशल टास्क फोर्स (STF) बनाई गई है. टास्क फोर्स ने घुसपैठियों को पकड़ना शुरू कर दिया है. इसी क्रम में रायपुर में ही अवैध रूप से रह रहे 10 से अधिक बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा है. रायपुर में 15 साल से भी अधिक समय से रह रहे एक दंपती की जब जांच की गई तो पता चला वह बांग्लादेश से आया अवैध प्रवासी है.

रायपुर के एसएसपी लाल उमेद सिंह ने बताया कि वैधानिक रूप से रह रहे बांग्लादेशियों की धर-पकड़ के लिए जब जांच शुरू की गई तो टिकरापारा थाना क्षेत्र से एक परिवार को पकड़ा गया, जहां दिलावर, उसकी पत्नी और एक नाबालिग बच्चा अवैध रूप से यहां रह रहे थे. इनके पास से चार अवैध पासपोर्ट, अन्य दस्तावेज जब्त किए गए हैं.
दुर्ग में भी पकड़े गए अवैध विदेशी नागरिक
पुलिस ने पिछले 15 दिनों में रायपुर से 12 से ज्यादा घुसपैठियों को पकड़ा है. इसके अलावा दुर्ग में भी 7 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया जा चुका है. अब अवैध प्रवासियों की धर-पकड़ को लेकर राजनीति भी तेज हो गई है.

कांग्रेस ने क्या कहा?
कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने बताया कि 17 महीने से राज्य में भाजपा की सरकार है. पहले बीजेपी के नेता छत्तीसगढ़ में रोहिंग्या, पाकिस्तानी नागरिक, बांग्लादेश के नागरिकों के नाम की सूची लहराते थे. अब सरकार को सूची जारी करनी चाहिए कि अब तक कितने बांग्लादेशी नागरिकों या अवैध प्रवासियों को पकड़ा गया है. भारतीय जनता पार्टी सिर्फ वैमनश्य से फैलने की कोशिश कर रही है.
10 हजार घुसपैठियों के छिपे होने की आशंका
एक अनुमान के अनुसार, छत्तीसगढ़ में 10,000 विदेशी नागरिक अवैध तरीके से रह रहे हैं. इसमें से ज्यादातर बांग्लादेश के रहने वाले हैं. सरकार इन पर शक्ति से कार्रवाई करने के साथ ही विपक्षी दल कांग्रेस पर आरोप लग रही है.
उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि विपक्ष के नाते कांग्रेस आरोप लगा रही है, लेकिन वह यह बता दे कि अपने 5 साल के कार्यकाल के दौरान उन्होंने अवैध रूप से रहने वाले कितने लोगों पर कार्रवाई की. हमारी सरकार धर्मांतरण करने वालों पर अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों को अन्य नागरिकों पर जीरो टॉलरेंस नीति के तहत कार्रवाई कर रही है.