
Pradhan Mantri Aawas Yojana Gramin: प्रधानमंत्री आवास योजना (PM Awas Yojana) में मिल रही गड़बड़ी की शिकायतों के बीच बिलासपुर पुलिस ने आवास मित्र, रोजगार सहायक और सचिव के खिलाफ एफआईआर (FIR) दर्ज की है, जांच में गड़बड़ी सामने आने के बाद विकास विस्तार अधिकारी की शिकायत पर FIR की कार्रवाई की गई है. अपात्र लोगों के खाता का उपयोग कर आरोपियों ने 6.70 लाख रुपये का फर्जीवाड़ा किया था.
दरअसल, मामला तखतपुर थाना क्षेत्र का है. जहां ग्राम पंचायत बांधा में हितग्राही चयन में अनियमितता के संबंध में शिकायत मिली थी. जनपद पंचायत स्तर पर गठित टीम ने शिकायत की जांच की.
इन हितग्राहियों की राशि कर ली गबन
इसमें आवास मित्र (Aawas Mitra) राजेश कुमार सोनवानी ने कूटटरचना करते हुए फर्जी तरीके से प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण (Pradhan Mantree Awas Yojana Gramin) के हितग्राही लैनी बाई, जनक राम गंधर्व, राजेश कुमार, कन्हैया, सरस्वती मरावी, रामस्वरूप, सोना प्रदीप कुमार अग्रवाल, रामफल पोर्ते और गंगोत्री यादव के आवास की राशि का दुरूपयोग किया और अपने परिवार के सदस्यों का फर्जी पंजीयन कराया. फिर जियो टैगिंग करके पूरी राशि का गबन कर लिया.
गलत दस्तावेजों को किया सत्यापित
प्रकरण में तत्कालीन अस्थायी रोजगार सहायक रितेश श्रीवास ने हितग्राहियों के आवासों का गलत पंजीयन और जियो टैगिंग किया. इसके बाद सचिव दिलीप पात्रे ने ग्राम सभा में गलत दस्तावेजों को सत्यापित करते हुए गलत प्रस्ताव पारित कर फर्जीवाड़ा किया.
मामला हुआ उजागर
मामला उजागर होने के बाद विकास विस्तार अधिकारी ने इसकी लिखित शिकायत थाने में दर्ज कराई है. जिस पर पुलिस ने आवास मित्र, रोजगार सहायक और सचिव के खिलाफ धारा 420 और 34 के तहत FIR दर्ज कर ली है. जिले में यह पहली बार है जब सरकारी योजना में इस स्तर की वित्तीय अनियमितता को लेकर एफआईआर हुई है.