MCB News in Hindi: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के एमसीबी जिले के ग्राम पंचायत कटौतिया में इसी साल खुले नए धान उपार्जन केंद्र (Paddy Procurement Centre) की स्थिति अभी से ही खस्ता हो गई है. यह केंद्र जर्जर गोठान भवन में बनाया गया है, जहां न तो छत सही है और न बिजली की समुचित व्यवस्था है. धान बेचने आए किसानों को यहां पर न छायादार जगह मिलती है और न ही पानी की सुविधा मिलती है. ऐसे में किसानों को बहुत परेशानी होती है. इसको लेकर किसान लगातार सरकार और प्रशासन से अपनी शिकायत कर रहे हैं, लेकिन इसपर किसी का ध्यान केंद्रित नहीं हो रहा है.
जर्जर भवन में संचालित हो रहा केंद्र
कटौतिया का धान खरीदी केंद्र गोठान परिसर के एक जर्जर भवन में चल रहा है. भवन की छत पूरी तरह से उखड़ी हुई है और बिजली भी अस्थायी जुगाड़ से जोड़ी गई है. किसानों को बैठने की जगह और पानी के लिए दूर स्थित आंगनबाड़ी केंद्र के हैंडपंप का सहारा लेना पड़ रहा है. बता दें कि नया उपार्जन केंद्र 583 पंजीकृत किसानों को धान बेचने की सुविधा देने के लिए खोला गया है. इसमें कटौतिया सहित 9 ग्राम पंचायतों के किसान आते हैं. हालांकि, केंद्र तक पहुंचने के लिए भी पक्की सड़क नहीं है. किसानों को कच्ची पगडंडी से गुजरना पड़ता है.
पहले दिन की धीमी शुरुआत
पूरे प्रदेश में धान खरीदी 14 नवंबर से शुरू हुई है. यहां पहले दिन मात्र दो किसानों से 79.60 क्विंटल धान खरीदा गया. कंप्यूटर सिस्टम और बिजली की असुविधा के कारण खरीदी प्रक्रिया पर भी सवाल उठ रहे हैं. केंद्र के कम्यूटर ऑपरेटर कमलेश सिंह मरकाम ने बताया कि अव्यवस्थाओं की सूचना अधिकारियों को दी गई थी, लेकिन अब तक कोई सुधार नहीं हुआ है. सरपंच और सचिव ने दो-तीन दिनों में मरम्मत कराने का आश्वासन दिया है.
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धान की सुरक्षा के लिए चौकीदार नियुक्त
इस केंद्र पर धान की सुरक्षा के लिए चौकीदार रखने का निर्णय लिया गया है. प्रभारी गणेश सिंह ने बताया कि बिजली की व्यवस्था देर शाम तक कर दी गई और प्रारंभिक तैयारी पूरी है. कटौतिया उपार्जन केंद्र में व्याप्त अव्यवस्थाओं के चलते किसानों को भारी परेशानी हो रही है. जिला प्रशासन की लापरवाही ने समर्थन मूल्य पर धान बेचने की प्रक्रिया को चुनौतीपूर्ण बना दिया है. सरकार और प्रशासन से किसानों को बुनियादी सुविधाएं देने की मांग की जा रही है.
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