
Manendragarh Health Services: चिकित्सा सुविधा को लेकर कोरिया कॉलरी में हालात दिनों दिन बिगड़ते जा रहे हैं. 5 हजार की आबादी के लिए यहां कोई अस्पताल नहीं हैं. स्वास्थ्य सुविधाओं के हालात गांव से भी बदतर हैं. कोयला खदान बंद होने के कुछ समय बाद ही एसईसीएल का अस्पताल वीरान हो गया. एसईसीएल अस्पताल भवन खंडहर हो चुका है. इलाज के लिए लोगों को 16 किमी दूर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जाना पड़ता है जो आपातकाल स्थिति में जान की बाजी लगाने के बराबर है.
यह हाल प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के विधानसभा क्षेत्र मनेंद्रगढ़ का है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्लम एरिया के लिए शुरू की गई मेडिकल मोबाइल यूनिट बस सेवा कभी कभार वार्डों में भेजी जाती है. लेकिन ऐसे में काम चलाऊ तरीके से न मर्ज ठीक होगी और न मरीज दुरुस्त होंगे. कोरिया वासियों की मांग है कि पुराने अस्पताल में डॉक्टरों की ड्यूटी लगाकर इसे खोला जाए. कोरिया वासियों का कहना है कि इतनी बड़ी आबादी को लेकर चिकित्सा सुविधा का अभाव होना ठीक नहीं है.

8 साल से स्टाफ और सुविधाओं का अभाव
यहां अस्पताल बनाकर डॉक्टर और स्टाफ की व्यवस्था होनी चाहिए थी. न तो चिरमिरी नगर निगम और न ही एसईसीएल प्रबंधन की ओर इस समस्या को गंभीरता से लिया जा रहा है. लोग चुने गए जनप्रतिनिधि से इस दिशा में सकारात्मक प्रयास की उम्मीद कर रहे हैं. वार्डवासियों का कहना है कि कोविड के दौरान अस्पताल में कुछ समय पहले एक डॉक्टर सेवा दे रहे थे लेकिन कोविड के बाद यह सुविधा भी छीन ली गई.
स्वास्थ्य सुविधाओं के नाम पर राज्य सरकार ने उप स्वास्थ्य केंद्र भवन का निर्माण कराया लेकिन भवन बनने के बाद से इसमें ताला लगा हुआ है. करीब 8 साल से भवन में स्टाफ व स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव है. स्वास्थ्य सुविधा नहीं होने से लोग 6 किलोमीटर दूर डोमनहिल स्वास्थ्य केंद्र व 16 किमी दूर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जाने को विवश हैं. लोगों की परेशानी से सरकार को सरोकार नहीं है. कुछ साल पहले स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल में एक डॉक्टर को पद स्थापित किया था लेकिन कुछ महीनों बाद यह व्यवस्था भी बंद हो गई.

इलाज के लिए जाते हैं बिलासपुर, रायपुर
प्रशासन द्वारा भवन की पुताई करवाई गई है लेकिन यहां स्वास्थ्य व्यवस्था कब उपलब्ध कराई जाएगी यह भगवान भरोसे है. 75 हजार से ज्यादा आबादी वाले नगर निगम चिरमिरी में स्वास्थ्य सुविधा के नाम पर बड़ा बाजार में एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और डोमनहिल, पोड़ी में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है. एसईसीएल ने कॉलरी क्षेत्रों के डिस्पेंसरी व छोटे अस्पतालों को बंद कर दिया है. वहीं रीजनल में भी पर्याप्त स्वास्थ्य सुविधा नहीं है जिससे लोग इलाज के लिए बिलासपुर, रायपुर जाने को विवश हैं.
स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित स्थानीय
कोरिया कॉलरी के प्रिंस सिंह ने कहा कि कोरिया कॉलरी में स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर हम वंचित हैं. यहां एसईसीएल हॉस्पिटल पिछले कई वर्षों से बंद है जिस कारण किसी भी समस्या के लिए हमें तत्काल बाहर जाना पड़ता है जिसमें समय के साथ खर्च अधिक लगता है. स्वास्थ्य सुविधाओं में हम ग्रामीण क्षेत्रों से भी पीछे हो गए हैं. यहां एसईसीएल हॉस्पिटल है जो बंद पड़ा है.

चिरमिरी के रहने वाले दिलीप तिवारी ने कहा कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टरों की कमी है. प्रदेश सरकार ने क्षेत्र में नए उप स्वास्थ्य केंद्र बनाए लेकिन यहां भी मेडिकल सेटअप नहीं है. बड़े समस्या जैसे डायलिसिस, हार्ट अटैक का उपचार क्षेत्र में नहीं हो पाता है. आज भी हम दूसरे शहरों पर निर्भर करते हैं. चिरमिरी में स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाई जाएं तो आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों को भी इसका लाभ मिलेगा.
कोरिया कॉलरी के कुंदन ने कहा कि सड़क दुर्घटना में घायलों को तत्काल बैकुंठपुर रेफर कर दिया जाता है. छोटी बीमारियों के उपचार के लिए भी 6 किमी दूर डोमनहिल स्वास्थ्य केंद्र जाना पड़ता है जिससे लोग परेशान रहते हैं. कोरिया कॉलरी में अस्पताल की सुविधा नहीं होने से मरीज परेशान हैं.