Chhattisgarh News : छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में नक्सलियों ने पुलिस मुखबिरी के शक में एक ग्रामीण को मौत के घाट उतार दिया है. पुलिस अधिकारियों ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी है. घटना नारायणपुर जिले के सोनपुर थाना क्षेत्र की है. बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि नक्सलियों ने गोमे गांव में जन-अदालत लगाकर अमर उइके नाम के ग्रामीण की हत्या कर दी है. पुलिस दल को घटनास्थल के लिए भेजा गया है.
पुलिस विभाग के सूत्रों ने नक्सली बैनर की तस्वीर साझा की है, जिसमें नक्सलियों की रावघाट एरिया कमेटी ने दावा किया है कि उन्होंने उइके को जन-अदालत में मौत की सजा दी है. नक्सलियों ने आरोप लगाया है कि उइके पुलिस मुखबिर के रूप में काम कर रहा था. नक्सलियों ने यह भी दावा किया है कि उइके ने पुलिस को गुप्त सूचना दी जिसके कारण 21 अक्टूबर को गोमे गांव के पास नक्सलियों और सुरक्षाकर्मियों के बीच मुठभेड़ हुई थी.
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मुठभेड़ में मारे गए थे दो नक्सली
पुलिस ने दावा किया था कि 21 अक्टूबर को नारायणपुर और कांकेर जिले की सीमा पर स्थित गोमे गांव के पास पुलिस के साथ मुठभेड़ में दो नक्सली मारे गए थे. मुठभेड़ के बाद घटनास्थल से एक इंसास राइफल, एक 12 बोर राइफल और अन्य हथियार तथा गोला-बारूद भी बरामद किया गया था. कांकेर और नारायणपुर, बस्तर के उन सात जिलों में से है, जहां सात नवंबर को विधानसभा चुनाव में पहले चरण का मतदान हुआ था.
नक्सलियों ने कइयों को उतारा मौत के घाट
इस महीने की शुरुआत में चुनाव से पहले नक्सलियों ने पुलिस मुखबिर होने के संदेह में कांकेर जिले में तीन और बीजापुर जिले में एक ग्रामीण की हत्या कर दी थी. वहीं नारायणपुर जिले में नक्सलियों ने चुनाव प्रचार के दौरान एक भाजपा नेता की हत्या कर दी थी.
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