Balodabazar Aagjani Case: छत्तीसगढ़ का बलौदाबाजार जिला इन दिनों सुलग रहा है. आग की लपटें, जली सरकारी फाइलों से निकल रहा धुआं लोगों के रूह कंपा रहा है. इस उपद्रव और मचे कोहराम के बीच सरकार ने इस जिले का कलेक्टर बदल दिया है. चुनौती के बीच यहां की कमान अब युवा IAS अफसर दीपक सोनी (Deepak Soni) के हाथों में दी गई है. आइए जानते हैं कौन हैं दीपक सोनी और सरकार ने इन पर क्यों जताया है बड़ा भरोसा?
यहां रही है पोस्टिंग
दीपक सोनी छत्तीसगढ़ के युवा IAS अफसरों की लिस्ट में सबसे चर्चित नाम है. जिस जगह भी उनकी पोस्टिंग रही है अपनी प्रतिभा से कमाल की छाप छोड़ी है. राजधानी रायपुर से लेकर धुर नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा में बड़ी जिम्मेदारी निभा चुके हैं. सूरजपुर, दंतेवाड़ा जैसे पिछड़े जिले में नवाचार लाकर जिले और जिलेवासियों की तस्वीर बदली थी. सूरजपुर में इनके कार्यकाल में हुए कामों पर जिले को राष्ट्रीय पुरस्कार मिला था. दंतेवाड़ा जैसे धुर नक्सल प्रभावित जिले में किये काम से जिले को देश में अलग और बड़ी पहचान मिली. लोगों की मांगों को पूरा करना और समस्याओं को बिना देर किए सुलझाना प्राथमिकता रही है. यही वजह है कि जिन जिलों में रहे वहां आज भी रहे हैं लोग याद करते हैं.
नक्सल प्रभावित जिले को बना दिया ब्रांड
दीपक सोनी सबसे ज़्यादा सुर्ख़ियों में तब रहे जब उन्होंने धुर नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले की तस्वीर और यहां के निवासियों की तकदीर बदलने के लिए काम शुरू किया. इस जिले का अपना ब्रांड डैनेक्स (Dannax) लांच किया. गारमेंट फैक्ट्री खोल सैकड़ों महिलाओं को आत्म निर्भर बनाया. देवगुडियों का कायाकल्प, सरेंडर नक्सलियों (Surrender Naxalites) को रोजगार देने, नक्सलियों के द्वारा तोड़े गए स्कूल को फिर से बनवाकर दोबारा शिक्षा का नया उजियारा फैलाने जैसे कई बड़े काम किया. जिले में शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, पर्यटन, किसानों के लिए काफी काम किया. इस जिले को बतौर मॉडल बनाया गया और प्रदेश के अन्य जिलों ने फॉलो भी किया. इनके कामों ने सिर्फ जिला ही नहीं बल्कि देशभर में काफी सुर्खियां बंटोरी.
जानें इनके बारे में
दीपक सोनी मूलतः छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के रहने वाले हैं. वे साल 2011 बैच के आईएएस अफसर हैं. रायपुर में जिला पंचायत सीईओ रहे हैं. रायपुर कलेक्टर के पद से ओपी चौधरी (OP Chaudhary) के इस्तीफे के बाद दीपक सोनी ने यहां का प्रभार सम्भाला था.
वे सूरजपुर, धुर नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा, कोंडागांव जिले के कलेक्टर भी रहे हैं. इसके बाद खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के नियंत्रक रहे . मनरेगा आयुक्त और सहकारी संस्थाओं के पंजीयक की भी जिम्मेदारी संभाल चुके हैं. अब बलौदाबाजार जिले के कलेक्टर बनाए गए हैं.
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पदभार ग्रहण करते ही की अपील
पदभार ग्रहण करने के बाद दीपक सोनी ने कलेक्टर दीपक सोनी ने संयुक्त जिला कार्यालय का निरीक्षण कर हुए नुकसान के साथ ही जिला कार्यालय में चल रहे मरम्मत कार्य का जायजा लिया. साथ ही मरम्मत कार्य को जल्द पूरा करने का निर्देश दिया। इस दौरान कहा कि जल्द ही सारी व्यवस्थाओं को ठीक कर काम काज फिर से शुरू किया जाएगा। जिलेवासियों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की भी अपील की.
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