Minister Laxmi Rajwade statement: सूरजपुर जिले में प्रशासनिक अमले की कार्यशैली को लेकर एक बड़ा सवाल खड़ा हो गया है. प्रदेश की महिला व बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े के बयान ने पूरे इलाके में हलचल मचा दी है. बिहारपुर के दूरस्थ क्षेत्र के दौरे पर पहुंचीं मंत्री जब ग्रामीणों के बीच पहुंचीं, तो वहां जनता का गुस्सा साफ झलक रहा था. ग्रामीणों ने खुलकर राजस्व विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों पर भ्रष्टाचार, मनमानी और अवैध वसूली के गंभीर आरोप लगाए.
मंत्री राजवाड़े का चढ़ा पारा
ग्रामीणों का कहना था कि क्षेत्र के कुछ अधिकारी पैसे लेकर दूसरे राज्यों से धान मंगाने जैसे अवैध कार्यों में लिप्त हैं. जनता की ये शिकायतें सुनते ही मंत्री राजवाड़े का पारा चढ़ गया. मीडिया से बातचीत में उन्होंने भी माना कि इस इलाके में सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ शिकायतें लगातार मिल रही हैं और कुछ अधिकारी वास्तव में उत्पात मचा रहे हैं.

मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने ऐसा क्या कहा?
मंत्री के इस बयान ने प्रशासनिक तंत्र की पोल खोल दी है. सवाल यह उठ रहा है कि आखिर सूरजपुर के अधिकारी इतने निडर कैसे हो गए हैं कि अब खुद सरकार के मंत्री तक को कहना पड़ रहा है कि सिस्टम बेलगाम हो चुका है. मंत्री ने भरोसा दिलाया कि जल्द ही जिले के सभी अधिकारियों के साथ एक विशेष कैंप आयोजित किया जाएगा, जिसमें ग्रामीणों की समस्याओं को सुना जाएगा और तत्काल निराकरण की कार्रवाई की जाएगी.
भ्रष्टाचार और अवैध वसूली की लगातार मिल रही थी शिकायतें
वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले कई महीनों से इलाके में भ्रष्टाचार, अवैध वसूली और मनमानी की शिकायतें लगातार हो रही हैं, लेकिन प्रशासनिक स्तर पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया... अब जब मंत्री खुद इन आरोपों को गंभीरता से लेते हुए बयान दे रही हैं, तो उम्मीद जताई जा रही है कि सरकार कड़ी कार्रवाई करेगी.
सूरजपुर में यह मामला केवल भ्रष्टाचार तक सीमित नहीं है, बल्कि यह प्रशासनिक जवाबदेही और व्यवस्था की साख पर भी बड़ा सवाल खड़ा करता है. मंत्री के बयान के बाद यह चर्चा तेज हो गई है कि क्या वाकई जिले के अधिकारी अब सरकार से बेखौफ होकर बेलगाम हो चुके हैं..? आने वाले दिनों में इस पर सरकार का रवैया और कार्रवाई ही यह तय करेगी कि सूरजपुर में व्यवस्था सुधरेगी या अराजकता कायम रहेगी.