Chhattisgarh News: मरवाही विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 24 से चुनाव लड़ने के इच्छुक 27 आदिवासी कांग्रेसी नेताओं ने मरवाही के कांग्रेसी विधायक डॉक्टर के के ध्रुव के खिलाफ बगावत के सुर तेज कर दिए हैं. 1 अक्टूबर को विधायक डॉक्टर के. के. ध्रुव के खिलाफ मरवाही के 27 कांग्रेसियों ने लामबंद होते हुए मोर्चा खोल दिया है. सभी दावेदारों ने विधायक ध्रुव पर निष्क्रियता कमीशन खोरी एवं गुटबाजी का आरोप लगाया है. इसी कड़ी में कांग्रेसियों ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के नाम एक पत्र लिखा है. इसके जरिए सभी दावेदारों ने विधायक ध्रुव को पुनः प्रत्याशी नहीं बनाये जाने की मांग की है. मामला उजागर होते ही मरवाही में कांग्रेस की राजनीति सड़क पर आ गई है.
400 लोगों के हस्ताक्षर से मल्लिकार्जुन खड़गे को भेजा गया पत्र
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को लगभग 400 लोगों के हस्ताक्षर से पत्र भेजा गया है. इसमें लिखा गया है कि वर्तमान विधायक डॉ. के. के. ध्रुव इस क्षेत्र के स्थानीय व्यक्ति न होकर यहां से लगभग तीन सौ किलोमीटर दूर बलौदा बाजार जिले के निवासी है. उपचुनाव में जिला संगठन से राय-मशवरा किए बगैर उन्हें प्रत्याशी बना दिया गया था. उपचुनाव में अचानक प्रत्याशी बनाये जाने के बाद इसका विरोध भी किया गया लेकिन माननीय मुख्यमंत्री जी का चेहरा व पार्टी की प्रतिष्ठा को देखकर उन्हें भारी बहुमत से जीत दर्ज कराई गई.
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"अपनी गुटबाजी से घिरे रहते हैं विधायक ध्रुव"
विधायक आम कार्यकर्ताओं को पहचानते तक नहीं है. उन्होंने किसी भी कार्यकर्ता या आम जनता का आज तक कोई एक भी काम नहीं किया है. इससे क्षेत्र में उनके खिलाफ काफी नाराजगी है. हम सभी कार्यकर्ता अब इस विधायक को पुनः प्रत्याशी बनाये जाने पर जनता के बीच वोट मांगने में असमर्थ है. विधायक सभी वित्तीय कार्यों को कमीशन पर कराते हैं. विधायक भाजापा समर्थित ठेकेदारों के माध्यम से सभी काम कराते है तथा ये लोग ही विधायक के इर्द गिर्द व मंचो में मंचासीन रहते हैं. जिससे लड़कर हम कांगेस की सरकार बनाये है.. विधायक इस को कोई महत्व न देकर अपना अलग से गुट बनाकर चलते है और हमेश गुटबाजी से घिरे हुए रहते हैं.
बाकी के दावेदारों को खड़ा करने पर जीत है पक्की
मरवाही विधानसभा क्षेत्र से कुल 28 दावेदारों ने अपना आवेदन पत्र जमा किया है. उनमें से वर्तमान विधायक डॉ. के.के.ध्रुव को छोड़कर किसी को भी प्रत्याशी बना दिए जाए. हम सभी कार्यकर्ता उन्हें तन मन व धन से जुट कर विजय दिलाएंगे. पूर्व में भी इस विधायक की कई बार हमने शिकायत की है लेकिन हमारी आवाज को दबाया जा रहा है. शेष 27 दावेदारों में से किसी को भी टिकट दिलाए जाने पर सब एकजुट होकर उस प्रत्याशी को भारी मतों से जीत हासिल करवाएंगे.
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दोबारा प्रत्याशी बनाये जाने के खिलाफ हुए सभी दावेदार
इस विधायक के विरुद्ध भारी नाराजगी होने के बावजूद भी प्रदेश के कुछ नेता इसे ही दोबारा प्रत्याशी बनाये जाने को लेकर पुरजोर कोशिश कर रहे हैं. साथ ही इनका सिंगल नाम प्रदेश से भेजने का षडयंत्र कर रहे है. जानकारी होने पर हममें से लगभग 100 कार्यकर्ता ने 05/09/2023 को स्पीकर हाऊस जाकर वर्तमान विधायक डॉ. के. के. ध्रुव की मौजूदगी में लिखित शिकायत दी थी. इस शिकायत में इन्हें पुनः प्रत्याशी न बनाये जाने का निवेदन किया था. उसके वावजूद भी उसी को प्रत्याशी बनाये जाने की कवायद जारी हैं. इसी के बाद मजबूरी में हमें आज प्रेस कॉन्फ्रेंस करना पड़ रहा है ताकि हम अपनी आवाज ऊपर तक पहुंचा सके.
ध्रुव के प्रत्याशी बनाये जाने पर सौंप देंगे इस्तीफा
हमारा इरादा कांगेस को नुकसान करने का बिल्कुल नहीं है. बल्कि हम कांग्रेस के निष्ठावान कार्यकर्ता हैं. कांगेस के प्रति वफादार वो लोग नहीं है... जो अपनी निजी स्वार्थ के लिये पार्टी से बाहर के लोगों को टिकट दिलाने पर जुटे हुए है. इतने विरोध के बाद भी अगर वर्तमान विधायक को पुनः प्रत्याशी बनाया गया तो हम सारे कार्यकर्ता एक साथ एक राय होकर अपना इस्तीफा सौप देंगे.
जनता के लिए विधायक ने नहीं किया एक काम
मालूम हो कि टिकट के इच्छुक आदिवासी कांग्रेसी नेताओं ने पत्र लेखन में जो आरोप लगाए हैं उसे देखकर लगता है कि बगावत चरम पर है. नेचर कैंप में एक जन्मदिन पार्टी के बाद यह पूरा घटनाक्रम सामने आया है. इसी कड़ी में आदिवासी नेता प्रमोद परस्ते ने कहा कि है वैसे तो यह जन्मदिन की पार्टी थी परंतु यहां जो भी मांग उठी है...वह मरवाही के सच्चे कांग्रेसी नेताओं की मांग है जिसे दबाया नहीं जा सकता. विधानसभा में डॉक्टर के. के. ध्रुव ने मरवाही के पक्ष में मुखर होकर नहीं बोलते और ना ही उन्हें जनता की समस्याओं की कोई चिंता है.
"डॉक्टर के के ध्रुव हमेशा सहज सरल रूप में ही दिखे"
इन्हें सब के बीच मरवाही कांग्रेस कमेटी पिछड़ा वर्ग के जिला अध्यक्ष डॉ नरेंद्र राय ने विधयक ध्रुव समर्थन करते हुए नजर आए. डॉ नरेंद्र राय ने कहा कि डॉक्टर के. के. ध्रुव मरवाही में 25 साल से ज्यादा समय तक बीएमओ के पद पर पदस्थ रहे. डॉक्टर के के ध्रुव हमेशा सहज सरल रूप में ही दिखे. डॉक्टर अब तक बहुमत से जीत कर मरवाही विधायक रहे हैं.... ऐसे में उन्हें बाहरी बताना, छत्तीसगढ़ का अपमान है. छत्तीसगढ़ के अनेक विधायक उत्तर प्रदेश के मूल निवासी है. ऐसे में डॉक्टर के के ध्रुव को बाहरी बताना छत्तीसगढ़ियों का अपमान है.
विधायक ने पार्टी के तमाम आरोपो को किया खारिज
डॉक्टर के. के. ध्रुव
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