Tahakwada Attack 2014: छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले (Bastar) में एक विशेष अदालत ने 2014 में हुए घातक माओवादी हमले के मामले में चार नक्सलियों को आजीवन कारावास (Life Imprisonment) की सजा सुनाई है. इस हमले में 15 सुरक्षाकर्मियों और एक व्यक्ति की मौत हुई थी. राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) के विशेष लोक अभियोजक दिनेश पाणिग्रही ने बताया कि विशेष न्यायाधीश (एनआईए) जगदलपुर, डीआर देवांगन की अदालत ने सोमवार को चार दोषियों - महादेव नाग, कवासी जोगा, मणि राम मदिया और दयाराम बघेल को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है.
15 जवानों की हुई थी शहादत
पाणिग्रही ने बताया कि 11 मार्च 2014 को सुकमा जिले (Sukma) के तोंगपाल थाना क्षेत्र के अंतर्गत टहकवाड़ा गांव के करीब हथियारबंद नक्सलियों ने सीआरपीएफ और राज्य पुलिस के संयुक्त दल पर हमला कर दिया था, जिसमें 15 सुरक्षाकर्मी और एक नागरिक की मौत हो गई थी. इनमें सीआरपीएफ के 11 और राज्य पुलिस के चार जवान शामिल थे.
200 नक्सलियों के खिलाफ दर्ज हुई थी FIR
विशेष लोक अभियोजक ने बताया कि घटना के बाद तोंगपाल पुलिस ने नक्सली नेता सोनाधर, शंकर, गणेश उइके, विनोद, सुमित्रा और प्रतिबंधित संगठन भाकपा (माओवादी) के लगभग 200 अन्य सक्रिय नक्सलियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी. उन्होंने बताया कि बाद में एनआईए ने मामले को अपने हाथ में ले लिया था. पाणिग्रही ने बताया कि मामले में शामिल कई आरोपियों में से इन चारों को बाद में गिरफ्तार कर लिया गया था.
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