Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के कोरिया में वन विभाग ने पहली बार वनरक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग किया है. चरचा कॉलरी स्थित महाजन स्टेडियम में चल रही इस प्रक्रिया में शारीरिक नापजोख और फिजिकल टेस्ट को पूरी तरह से कम्प्यूटराइज्ड और सटीक बनाने के लिए हाईटेक मशीनरी लगाई गई है. 17 दिसंबर तक चलने वाली इस भर्ती प्रक्रिया में 12,000 से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है. पहले दिन 1,000 से ज्यादा महिला-पुरुष अभ्यर्थियों ने हिस्सा लिया था.
सेंसर और चिप से हर एक्टिविटी की मॉनिटरिंग
भर्ती प्रक्रिया के तहत अभ्यर्थियों की शारीरिक नापजोख और परीक्षण का कार्य हैदराबाद की टाइमिंग टेक्नोलॉजी कंपनी को सौंपा गया है.प्रवेश से लेकर फिजिकल टेस्ट तक हर प्रक्रिया में अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग किया जा रहा है. ग्राउंड में 200 और 800 मीटर की दौड़ के लिए ट्रैक पर सेंसर और सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं.
दौड़ में शामिल अभ्यर्थियों के पैर में चिप लगाई जाती है, जिसे उनके रोल नंबर के अनुसार रजिस्टर किया जाता है. चिप के जरिए अभ्यर्थी का पूरा डेटा कंप्यूटर में रिकॉर्ड होता है. उनकी दौड़ का समय, लंबी कूद, और गोला फेंक जैसे परीक्षणों के तुरंत परिणाम तैयार किए जाते हैं.
भर्ती प्रक्रिया में शामिल सभी अभ्यर्थियों की गतिविधियों की निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरों और अन्य तकनीकी उपकरणों का उपयोग किया जा रहा है.
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प्रक्रिया की निगरानी हो रही है
कोरिया वनमंडल के एसडीओ अखिलेश मिश्रा ने बताया कि भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी और सटीक बनाने के लिए राज्य स्तर से हाइटेक तकनीक की व्यवस्था की गई है.कम्प्यूटराइज्ड सिस्टम,चिप और सेंसर तकनीक के उपयोग से अभ्यर्थियों के प्रदर्शन को तुरंत रिकॉर्ड और सत्यापित किया जा रहा है.भर्ती स्थल पर सुबह 5 बजे से वन विभाग के कर्मचारी और अधिकारी पूरी प्रक्रिया की निगरानी में जुटे हुए हैं.
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