Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के एक छात्रावास छात्रा का प्रेग्नेंसी का मामला सामने आया है. मामला उजागर तब हुआ जब खुद ग्रामीणों ने ही इसकी शिकायत क्षेत्र के विधायक और प्रशासन से कर दी. ग्रामीणों का आरोप है कि छात्रा के प्रेग्नेंसी की बात जब अधीक्षिका को पता चली तो उसे घर भेजकर अबॉर्शन करा दिया गया. उसे परीक्षा में नहीं बैठने दिया गया. इसके अलावा भी कई गंभीर आरोप लगाए हैं और मांग की है कि अधीक्षिका को हटाने की कार्रवाई की जाए. इधर ये मामला उजागर होने के बाद हड़कंप मच गया है.
ग्रामीणों ने लगाए ये आरोप
कांकेर जिले के कोयलीबाड़ी ब्लॉक के एक गांव के ग्रामीणों ने बताया कि गांव के कन्या छात्रावास में की एक छात्रा गर्भवती हो गई थी. भ्रूण की हत्या कर दी गई. छात्रा को परीक्षा में भी नहीं बैठने दिया गया. ग्रामीणों ने अधीक्षिका विनीता कुजूर पर आरोप लगाया है कि मनमानीपूर्वक छात्रावास का संचालन कर रही है. बच्चों से सामान ढुलाई करवाती हैं. अन्य धर्म से जोड़ने के लिए बच्चों को रविवार के दिन चर्च भेजा जाता है. अधीक्षिका हॉस्टल में नहीं रहती है. बच्चे स्वतंत्र रहने के कारण शारीरिक शोषण का शिकार हो रहे हैं. इसी की वजह से एक छात्रा प्रेग्नेंट हुई है. छात्रावास अधीक्षिका की लापरवाही उजागर हुई है. बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाली अधीक्षिका को पद से हटाने की मांग करते हैं.
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जांच करने आया हूं
NDTV ने इस मामले में कोयलीबेड़ा के बीईओ से बात की. इस पूरे मामले के संबंध में बीईओ केजुराम सिन्हा ने कहा कि मामले के संबंध में जानकारी मिली है. मैं अभी गांव के हॉस्टल में पहुंचा हूं. जांच की जा रही है. इसके बाद ही आगे की कार्रवाई होगी. इधर ये मामला उजागर होने के बाद कन्या छात्रावास में सुरक्षा व्यवस्था की पोल खुल गई है.
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